हाथरस की भगदड़ में ग्रेटर नोएडा की प्रेमवती की मौत : बेटी बोली - आंखों के सामने मां को लोगों के पैरों तले कुचलते देखा, जिंदगी भर रहेगा अफसोस

Tricity Today | Symbolic Image



Greatar Noida News : हाथरस में बाबा साकार हरि के सत्संग में ग्रेटर नोएडा की कमलेश भी अपनी मां प्रेमवती के साथ शामिल हुई थी। भगदड़ के दौरान प्रेमवती की मौत हो गई जबकि कमलेश घायल हुई है। मंगलवार देर रात वापस घर लौटी कमलेश भगदड़ की घटना को बताते हुए रो पड़ती है। कमलेश कहती है कि भगदड़ से पहले उसने अपनी मां का हाथ पकड़ा हुआ था। लेकिन भगदड़ के दौरान मां का हाथ छूट गया। उसने मां को लोगों के पैरों तले कुचलते देखा और कुछ देर बाद बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो सामने लाशों का अंबार पड़ा था। इन्हीं लाशों के बीच मां प्रेमवती की भी लाश पड़ी थी। अब जिंदगीभर मां को नहीं बचा पाने का अफसोस रहेगा। 

बाबा के पैरों की धूल बनी भगदड़ का कारण
दादरी की तुलसी विहार कॉलोनी की निवासी 70 वर्षीय प्रेमवती भी मृतकों में शामिल हैं। वह सोमवार को अपनी बेटी कमलेश के साथ सत्संग में शामिल होने के लिए हाथरस गई थीं। कमलेश ने बताया कि मंगलवार को जब सत्संग समाप्त हुआ तो सभी श्रद्धालु बाबा के पैरों की धूल लेने के लिए आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान भीड़ का एक झोंका आया और उसमें उनकी मां दब गईं। कमलेश ने किसी तरह खुद को संभाला और मां को भीड़ में से खींचने की कोशिश की। लेकिन इसके बाद भीड़ का दूसरा झोंका आया और उनकी मां को रौंदकर चला गया। 

मां का शव लेने बेटे हुए रवाना
कमलेश ने बताया कि उनके पिता बालवीर की 2012 में मौत हो चुकी है। कमलेश के भाई अनिल और रमेश हाथरस अपनी मां का शव लेने के लिए रवाना हो चुके हैं। कमलेश बताती है कि मां प्रेमवती सत्संग में अक्सर जाया करती थी। वह भी कई बार उनके साथ गई थी। लेकिन क्या पता था कि इस बार अपनी आंखों के सामने मां की मौत हो जाएगी। 

घर में मचा कोहराम
वहीं प्रेमवती की मौत के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है। किसी ने भी नहीं सोचा था कि वह सत्संग के लिए जा रही हैं, फिर कभी लौटकर नहीं आएंगी। घर के आसपास रहने वाले लोग और रिश्तेदार उनके घर पर जुट रहे हैं। सभी कमलेश को ढांढस बंधा रहे हैं। लेकिन उस खौफनाक मंजर को याद कर सिहर उठती है और रोने लगती है।

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