Tricity Today | आवारा पशु खा रहे हैं खुले में रखा गेहूं
Greater Noida : शुक्रवार और शनिवार को दो दिन हुई तेज बरसात से ना केवल कस्बों के सरकारी गेहूं खरीद केंद्र पर रखा हजारों कुंतल गेहूं खराब हुआ। बल्कि यही हाल देहात क्षेत्रों में भी देखने को मिला है। लुहारली गांव में ऐसा ही एक गेहूं खरीद केंद्र है। जहां आसपास के 14 गांवों के किसानों का गेहूं खरीदा जाता है। बीते एक महीने से यहां बड़े स्तर पर गेहूं की खरीददारी की जा रही है। लेकिन उसे रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। गेहूं के बोरे खुले में पड़े हैं, जो हाल ही में हुई बरसात में पूरी तरह भीग गए हैं।
मौसम की पहली बरसात ने ही गौतमबुद्ध नगर में सहकारी केंद्रों पर इंतजामों की पोल खोल दी है। तीन दिन लगातार हुई बारिश के चलते जनपद के केंद्रों पर सैकड़ों टन गेहूं भीग कर खराब हो चुका है। मामला मीडिया में पहुंचा तो प्रशासन ने आंखें खोलीं। अब सहकारी केंद्रों में गेहूं भीगने के बाद उसे एफसीआई गोदामों तक ले जाने की कारवाई शुरू हो गई। हालांकि अभी इन केंद्रो पर गेहूं को बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है। तिरपाल के सहारे गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
एसडीएम अंकित कुमार ने पिछले महीने ही अवगत करा दिया था
दादरी ब्लाक में बिसाहड़ा, जारचा, अच्छेजा और लुहारली समेत 5 सहकारी केंद्र है। तीन दिन लगातार हुई बारिश में सैंकड़ो टन गेंहू भीगकर खराब हो चुका है। काफी नुकसान होने के बाद गुरुवार से केंद्रो पर मौजूद गेंहू को एफसीआई केंद्रों पर ले जाने का कार्य किया गया था। केंद्रों पर काफी मात्रा में मौजूद गेंहू को तिरपाल के सहारे ही बचाने का प्रयास किया था। ज्यादातर केंद्रों की इमारत जर्जर हो गई है। इस संबंध में 24 अप्रैल को तत्कालीन एसडीएम अंकित कुमार ने सहकारी विभाग को अवगत कराया था। मगर समय रहते इंतजाम नहीं हो सके। जिससे सरकार को करोंड़ो रूपए का नुकसान झेलना पड़ा।
हजारों कुंतल गेहूं बेकार हो चुका है
दनकौर क्षेत्र में दो साधन सहकारी समितियों के गोदामों पर 3 दिन तक खुले में बारिश में गेहूं भीगने से हजारों कुंतल गेहूं काफी हद तक बेकार हो गया। ट्राइसिटी टुडे पर प्रमुखता से प्रकाशित खबर के बाद साधन सहकारी समिति नवादा के गोदाम पर कर्मियों ने शुक्रवार को तिरपाल आदि से खुले में रखे गेहूं को सुरक्षित करवा दिया। वहीं दनकौर कस्बे में स्थित साधन सहकारी समिति के गोदाम पर सैकड़ों कुंतल गेहूं के बोरे खुले में ही पड़े रहे। इन गेहूं के बोरों को एक स्थान पर रखकर उन्हें बरसात आदि से बचाने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
आवारा पशु सरकारी राजस्व खाते देखे गए
शुक्रवार को हुई बारिश में भी यह गेहूं भीगता रहा। शुक्रवार को भी साधन सहकारी समिति दनकौर के कार्यालय पर कोई कर्मचारी उपस्थित नहीं था। बारिश में आवारा पशु इस गेहूं को खाते हुए देखे गए। दनकौर की साधन सहकारी समिति के गोदाम पर 3 दिन बारिश में भीगने के कारण काफी गेहूं खराब हो गया है। फिर भी समिति के अधिकारियों और कर्मचारियों ने शेष गेहूं को सुरक्षित रखने का कोई प्रयास नहीं किया। बेशक प्रशासन दावे कुछ भी करे, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि ज्यादातर कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को ढंग से नहीं निभा रहे हैं।