ग्रेटर नोएडा में अवैध पीजी और गेस्ट हाउस : शहर वासियों में असंतोष और बीमारियों का खतरा बढ़ा, कड़ी कार्रवाई की मांग

Google Image | अवैध पीजी और गेस्ट हाउस



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में अवैध रूप से संचालित हो रहे पीजी, गेस्ट हाउस, ओयो और कुछ रिहायशी सेक्टरों में हो रहे असामाजिक कृत्यों और हुड़दंग के चलते शहर की सामाजिक व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ रहा है। इन स्थानों से निकलने वाला भारी मात्रा में कचरा खुले में फेंका जा रहा है, जिससे न केवल स्थानीय निवासियों को परेशानी हो रही है, बल्कि गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। इन हालात को क़ाबू करने की मांग शहर के सामाजिक संगठनों ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से की है।

स्थानीय निवासी इन गतिविधियों से नाराज
शहर के विभिन्न हिस्सों में इन अवैध ढंग से संचालित हो रहे आवासीय सुविधाओं के कारण सामाजिक असंतोष बढ़ता जा रहा है। स्थानीय निवासी इन गतिविधियों से नाराज हैं और लगातार प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। हुड़दंग और असामाजिक गतिविधियों के चलते शहर के शांतिपूर्ण माहौल पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, जिससे कानून और व्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो रहा है। इन अवैध संस्थानों द्वारा कचरा प्रबंधन के नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है, जिससे जगह-जगह कचरे के ढेर लग रहे हैं। यह कचरा न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे डेंगू, मलेरिया, और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। 

ओयो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग 
ग्रेटर नोएडा के निवासियों ने प्राधिकरण से आग्रह किया है कि वह इन अवैध पीजी, गेस्ट हाउस और ओयो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही इन असामाजिक गतिविधियों और अव्यवस्थित कचरा प्रबंधन पर रोक नहीं लगाई गई, तो शहर में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और भी बढ़ सकती हैं। निवासियों की मांग है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सक्षम अधिकारी तुरंत इस ओर ध्यान दें और शहर की सामाजिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाएं।

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