अच्छी खबर : ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में खुला देश का पहला संस्कृति केंद्र, मिलेगा वेदों का ज्ञान

Tricity Today | शारदा यूनिवर्सिटी में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में देश का पहला "भारतीय संस्कृति वैश्विक केंद्र" खुला है। इस केंद्र के माध्यम से यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बच्चों को भारत के इतिहास के बारे में ज्ञान मिलेगा। बच्चे जान सकेंगे कि हमारा वेद क्या हैं? भारतीय संस्कृति की खास बात क्या है? हमारे देश में कौन-कौन महान लोग पैदा हुए और सनातन धर्म की खासियत क्या है?

देश का युवा भूल रहा भारत का इतिहास
"भारतीय संस्कृति वैश्विक केंद्र" खुलने पर शारदा यूनिवर्सिटी में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दिग्गजों ने बताया, "भारत देश का इतिहास विलुप्त होता जा रहा है। भारत देश का इतिहास अमेरिका और इंग्लैंड जैसे देशों में प्रचलित है। भारत के वेदों का ज्ञान विदेश में पढ़ाया जा रहा है। हमारा देश अभी तक मानसिक गुलामी से बाहर नहीं निकला है। हमारे देश के वेदों के  ज्ञान को दूसरे देश में लोग पढ़ रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद भी भारत के युवाओं को हिंदू संस्कृति के बारे में पढ़ने में शर्म आती है। इसी शर्म को खत्म करने के लिए शारदा यूनिवर्सिटी में देश के पहले भारतीय संस्कृति वैश्विक केंद्र की स्थापना हुई है।"

बच्चे अब भारतीय संस्कृति के बारे में जान सकेंगे
शारदा यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर वाईके गुप्ता ने बताया कि यह बहुत सौभाग्य की बात है। उनकी यूनिवर्सिटी में देश का पहला ऐसा केंद्र बन रहा है। इससे बच्चों को वेदों का ज्ञान प्राप्त होगा। बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ हिंदू संस्कृति और भारतीय संस्कृति के बारे में जान सकेंगे। हमारे देश का इतिहास क्या है, वेदों में क्या-क्या लिखा हुआ है, हमारे देश का इतिहास और वेद कितना पुराना है, हमारे देश की संस्कृति क्या है और इसकी उत्पत्ति से विश्व में क्या फायदे हैं। इन सभी की जानकारी बच्चों को प्राप्त होगी। यह बात सच है कि भारत में वेदों का ज्ञान का भाव है।

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