ग्रेटर नोएडा में नैनो टेक्नोलॉजी पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन : शारदा यूनिवर्सिटी में भविष्य की तकनीक पर चर्चा, बताए नैनो साइंस के फायदे

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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय और मलेशिया की यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी MARA (मारा) ने मिलकर एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। यह आयोजन भविष्य की तकनीक पर केंद्रित था, जिसमें विशेषज्ञों ने नैनोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हो रही प्रगति और इसके संभावित प्रभावों पर चर्चा की।

मुख्य वक्ता डॉ. साहनी ने तकनीक के फायदे बताए
सम्मेलन में मुख्य वक्ता डॉ. साहनी ने नैनोटेक्नोलॉजी के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह तकनीक मानव जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है। नैनो स्तर पर हो रहे शोध से नए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का विकास तेजी से होगा, जो समाज के हर क्षेत्र में लाभदायक होंगे। ऊर्जा क्षेत्र में नैनोटेक्नोलॉजी के महत्वपूर्ण योगदान की संभावना है। डॉ. साहनी ने बताया कि इस तकनीक से विद्युत लाइनों, सौर ऊर्जा कोशिकाओं और जैव ईंधन की कार्यक्षमता बढ़ेगी। साथ ही, परमाणु रिएक्टरों की सुरक्षा में भी सुधार होगा। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नैनोटेक्नोलॉजी के क्रांतिकारी प्रभाव की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का बेहतर निदान और उपचार संभव बना सकती है।

क्या है नैनो साइंस की खासियत
नैनोसाइंस की विशेषता है परमाणुओं और अणुओं के स्तर पर काम करना। इससे नए रासायनिक और भौतिक गुणों वाले पदार्थ बनाए जा सकते हैं। ये नवीन पदार्थ इलेक्ट्रॉनिक्स, चिकित्सा, ऊर्जा और वस्त्र उद्योग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।

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