जेवर एयरपोर्ट की रजिस्ट्री सबसे बड़ी : नागरिक उड्डयन विभाग ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के नाम जमीन सौंपी 6 गांवों का हुआ अधिग्रहण

Tricity Today | File Photo



Jewar Airport : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के नाम नए-नए रिकॉर्ड दर्ज हो रहे हैं। क्षेत्रफल के लिहाज से प्रदेश में सबसे बड़ी रजिस्ट्री जेवर एयरपोर्ट की हुई है। हालांकि रेवेन्यू मामले नोएडा में वेब ग्रुप की रजिस्ट्री हुई थी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के लिए जमीन अधिग्रहण प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग के नाम हुआ है। जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए 6 गांवों की 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हुआ है। इस परियोजना के प्रभावित परिवारों को जेवर बांगर में बसाया जा रहा है। 

पिछले शनिवार को नागरिक उड्डयन विभाग ने जमीन की रजिस्ट्री नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के नाम कर दी है। क्षेत्रफल के लिहाज से प्रदेश में यह सबसे बड़ी रजिस्ट्री है। पिछले शनिवार को 1334 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री नियाल के नाम हुई है। इसके लिए 96 करोड़ रुपए इस टाइम ड्यूटी चुकाई गई है। हालांकि प्रदेश में रेवेन्यू के लिहाज से नोएडा के वेब ग्रुप की रजिस्ट्री हुई थी। इसमें क़रीब 365 करोड़ रुपए की स्टाम्प ड्यूटी अदा की गई थी। यह व्यवसायिक संपत्ति थी। इसलिए स्टांप ड्यूटी ज्यादा लगी।  इसके अलावा नोएडा के सेक्टर 94 में बीपीटीपी कंपनी ने प्राधिकरण के साथ लैंड डील की थी। यह उस समय की सबसे बड़ी डील थी।

अगस्त में होगा शिलान्यास
ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे जेवर के पास प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास अगस्त में होने वाला है। लगभग सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं। एयरपोर्ट से जुड़ी गतिविधियां शुरू होते ही पूरे इलाके में जमीन की खरीद-फरोख्त तेजी से बढ़ गई है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले डेढ़ साल के दौरान कोरोना संक्रमण से महामारी फैली हुई है, इसके बावजूद यमुना अथॉरिटी ने करीब 25,000 करोड रुपए की जमीन बेची है।

यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा कि पिछले 2 वर्षों के दौरान प्राधिकरण में कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जमीन की आवंटन दरें नहीं बढ़ाई थीं। दूसरी ओर किसानों को दिया जा रहा मुआवजा बढ़ाया गया है। ऐसे में जमीन की लागत बढ़ गई है। सोमवार को हुई बोर्ड बैठक में सभी श्रेणी की आवंटन दरें 5 फ़ीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया है। यह वृद्धि एक अप्रैल से लागू मानी जाएगी। कुल मिलाकर यमुना अथॉरिटी ने जेवर इंटरनेशल एयरपोर्ट के आसपास जमीनों की बढ़ती खरीद फरोख्त का फायदा उठाने की योजना पर अमल कर दिया है।

अन्य खबरें