Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा सिल्वर सिटी-2 के बंद फ्लैट से चोरी हुए करोड़ों रुपये के कालेधन के मालिक किसलय पांडे के बारे में ट्राईसिटी को बड़ी जानकारी मिली है। वह भारत में ही है और विदेश में होने का उसका दावा झूठा है। नोएडा पुलिस आरोपी किसलय के काफी करीब पहुंच चुकी है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। इस मामले को लेकर गौतमबुद्ध नगर पुलिस के एक उच्च पदस्थ अफसर के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।
यह है मामला
ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के टावर नंबर-5 में स्थित फ्लैट से सितंबर 2020 में करोड़ों रुपए के सोने और नकदी की चोरी हुई थी। इस मामले का खुलासा कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने तब किया जब चोरी करने वाले चोरों के बीच माल के बंटवारे को लेकर झगड़ा और मारपीट हो गई। पुलिस ने इस मामले में करीब 13 किलो सोना और 57 लाख रुपये की नकदी के साथ एक करोड़ की संपत्ति के कागजात भी बरामद किए थे।
क्यों नहीं भाग सकता विदेश
जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले किसलय पांडे का एक दशक से भी ज्यादा विवादों से नाता रहा है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुड़गांव में दर्ज एक मामले में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी है। चीटिंग और फोर्जरी के मामले में गुरुग्राम पुलिस ने वर्ष 2019 में यह रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था। ट्राईसिटी टुडे से बातचीत करते हुए किसलय पांडे ने दावा किया था कि वे 2 साल से अमेरिका में है। ऐसा ही दावा वह बाकी मीडिया हाउसेस के पत्रकारों से हुई बातचीत के दौरान कर रहा है। नोएडा पुलिस के अधिकारी ने बताया किसलय पांडे का यह दावा केवल जांच को भटकाने के लिए है। वह भारत में ही है। विदेश मंत्रालय और दूसरी एजेंसियों से जानकारी ले ली गई है वह भारत में ही है। उसके खिलाफ दिल्ली, यूपी के प्रयागराज और हरियाणा के कई शहरों में धोखाधड़ी समेत अन्य मामले पुलिस को मिले हैं।
किसलय की मां पर भी दर्ज है मुकदमे
जानकारी के मुताबिक किसलय पांडे की मां के खिलाफ भी दिल्ली में कई मामले दर्ज हैं। जांच के दौरान पुलिस को उसकी मां के खिलाफ कई मामलों में किसलय के साथ संलिप्तता पाई गई है। पुलिस अफसर का कहना है कि किसलय पांडे और उसके पिता के अलावा उसकी मां और परिवार के दूसरे सदस्य भी धोखाधड़ी के रैकेट में शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ पीड़ित लोगों ने एफआईआर दर्ज करवाई हैं। इन लोगों का गोरखधंधा पिछले करीब डेढ़ दशक से चल रहा था। सुप्रीम कोर्ट के वकील होने की घुड़की देकर लोगों को ठग रहे थे।
किसलय का खास गुर्गा है कृष्ण मुरारी सिंह
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक किसलय ने सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी का फ्लैट कृष्ण मुरारी सिंह के नाम पर किराए पर लिया था। कृष्ण मुरारी कई वर्षों से किसलय के साथ है और उसका विश्वासपात्र भी है। काले धन को खपाने और उसको एडजस्ट करने में वह कृष्ण मुरारी का पूरा इस्तेमाल करता रहा है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस स्टेशन मुरारी सिंह की तलाश कर रही है। पुलिस अफसर का कहना है कि कृष्ण मुरारी सिंह ही करीब डेढ़ दशक से किसलय पांडे और उसके पिता राम मणि पांडे के साथ जुड़ा हुआ है। बाकी नौकरों को यह दोनों लोग बमुश्किल 6 महीने अपने पास रखते थे और काम से निकाल देते थे। पुलिस ने ऐसे कई नौकरों को पकड़ कर पूछताछ की है।
आरोपी नौकर से मिले पुलिस को कई बड़े सुराग
ट्राईसिटी ने मंगलवार को दावा किया था कि सिल्वर सिटी के फ्लैट में चोरी होने के बाद बाकी माल समेटकर भागने वाले आरोपी नौकर गोपाल को कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने पकड़ लिया है। जानकारी के मुताबिक गोपाल से मिली सूचना पर पुलिस ने किसलय के पुराने मामलों की जांच-पड़ताल और खोज शुरू कर दी है। अभी तक की जांच में गुड़गांव समेत तमाम शहरों में दर्ज मामलों की जानकारी पुलिस की लगी है। किसलय के खिलाफ 17 से ज्यादा ऐसे मामले आए हैं, जिनमें धोखाधड़ी, जालसाजी और "नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट" के तहत मामले दर्ज हैं। धोखाधड़ी के मामले अलग-अलग शहरों में मिले हैं। जिनकी पुलिस पड़ताल कर रही है।