ग्रेटर नोएडा कुणाल हत्याकांड : वारदात में मुख्य भूमिका लेडी डॉन ने निभाई, अरेस्टिंग के बाद बोली- मैं डॉक्टर हूं

Tricity Today | वारदात में मुख्य भूमिका लेडी डॉन ने निभाई



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में हुए कुणाल हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। खुलासा करते हुए पुलिस ने चार लोगों की रफ्तार किया है, जिनमें लेडी डॉन भी शामिल है। लेडी डॉन ने ही "हिंट" वेब सीरीज देखकर कुणाल हत्याकांड की योजना में अहम भूमिका निभाई। आपको जानकर हैरानी होगी कि लेडी डॉन एक डॉक्टर है, जो गुरुग्राम की रहने वाली है। वह फिलहाल एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। जांच में सामने आया है कि लेडी डॉन इस हत्याकांड में हिमांशु की प्रेमिका है। उसने अपने प्यार के खातिर इस वारदात को अंजाम दिया।

तन्वी कौन है और कैसे निभाई अहम भूमिका
मामले का खुलासा करते हुए गौतमबुद्ध नगर के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर एंड डीआईजी बबलू कुमार ने बताया कि बीते एक मई की दोपहर करीब 2:47 बजे ग्रेटर नोएडा से कुणाल का अपहरण हुआ था। अपहरण में एक स्कोडा गाड़ी का इस्तेमाल किया गया। उस गाड़ी में हिमांशु की प्रेमिका तन्वी भी बैठी हुई थी। गाड़ी से उतरकर तन्वी ही शिवा ढाबा एंड रेस्टोरेंट पर गई थी। वहां पर उसने पनीर और रोटी का आर्डर दिया। उसके बाद तन्वी ने कुणाल से कहा था, "बाहर गाड़ी में हिमांशु बैठा हुआ है, उससे जाकर भी खाने का आर्डर ले लो।" जिसके बाद कुणाल हिमांशु से खाने का ऑर्डर लेने के कार के पास गया। 

तन्वी के साथ कार में कौन-कौन था
बबलू कुमार का कहना है कि कुणाल पहले से ही हिमांशु को जानता था। इसलिए कार के पास चला गया। कार में बैठते ही कुणाल के चेहरे को आरोपियों ने कवर कर दिया। कार में तन्वी और हिमांशु के अलावा कुनाल भाटी भी था। कुणाल भाटी दिव्यांग होने का नाटक करता था, लेकिन वह असल में ठीक था। हालांकि, अब पुलिस की गोली लगने से सच में विकलांग हो गया है। जो अस्पताल में एडमिट है। 
अपहरण के बाद कुणाल को कहां लेकर गए
आरोपियों ने बताया कि कुणाल के अपहरण के बाद उसको नोएडा सेक्टर-127 में स्थित जेपी विशटाउन में लेकर गए थे। वहां पर कुणाल का सिर दीवार में देकर मारा। कुणाल के चेहरे को पहले से कवर किया हुआ था, इसलिए वह पहले से अधमरा था। लेकिन दीवार में सिर लगने के बाद उसकी वहीं पर मौत हो गई। जेपी विशटाउन में में हिमांशु के दोस्त का फ्लैट था। वहीं पर कुणाल को लेकर गए और हत्या कर दी। हत्या के बाद उसी एक मई की रात को कुणाल के शव को बुलंदशहर के लेकर गए और वहां नहर में फेंक दिया।

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