गौतमबुद्ध नगर में वकीलों का प्रदर्शन : आरक्षण के मुद्दे पर भारत बंद का समर्थन किया

Tricity Today | वकीलों ने आरक्षण के मुद्दे पर भारत बंद का समर्थन किया



Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर बार एसोसिएशन ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा में एक प्रदर्शन का आयोजन किया। यह प्रदर्शन सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण में क्रीमी लेयर के मुद्दे पर दिए गए हालिया फैसले के विरोध में था। इस फैसले के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया गया है, जिसे गौतमबुद्ध नगर के वकीलों ने अपना समर्थन दिया है। बार एसोसिएशन के इस कदम से स्पष्ट है कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले से असंतुष्ट हैं और इसे चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

यह प्रदर्शन आरक्षण नीति में बदलाव के विरोध में देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और अधिक विकास देखने को मिल सकता है। वहीं, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ‘भारत बंद’ बेअसर है। राजनीतिक दलों ने डीएम दफ्तर पर प्रदर्शन किया है। हालात पर काबू रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण में वर्गीकरण और क्रीमी लेयर की व्यवस्था लागू करने के निर्देश के विरोध में विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया था। हालांकि, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में इस बंद का प्रभाव देखने को नहीं मिला। दूसरी तरफ, राजनीतिक दलों ने ग्रेटर नोएडा में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया है।

बुधवार दोपहर को ग्रेटर नोएडा में जिलाधिकारी कार्यालय पर समाजवादी पार्टी, भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को असंवैधानिक बताते हुए राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।

संगठनों की प्रमुख मांगें
1. सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला वापस लें।
2. केंद्र सरकार कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट का निर्देश रद्द करे
3. अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए
4. आरक्षण आर्थिक आधार पर न हो
5. अनुसूचित जाति आरक्षण में क्रीमी लेयर व्यवस्था लागू न हो
6. न्यायपालिका, राज्यसभा, विधान परिषद और निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू किया जाए
7. लेटरल एंट्री या तो समाप्त की जाए या इसमें भी आरक्षण लागू किया जाए

प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन जारी रहेगा। हालांकि, भारत बंद का प्रभाव दिखाई नहीं दिया। बाजार सामान्य रूप से खुले रहे और केवल कुछ लोगों ने ही बंद का समर्थन किया। जिलाधिकारी कार्यालय पर हुआ प्रदर्शन भी अल्पकालिक रहा, जहां नेताओं ने कुछ देर नारेबाजी करने के बाद वापस लौट लिए। इस प्रकार, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भारत बंद का प्रभाव बेहद सीमित रहा, जबकि कुछ राजनीतिक दलों ने अपना विरोध दर्ज कराया।

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