Greater Noida News : गुर्जर समाज का दादरी से बड़ा तालुक है। कहा जाता है कि दादरी कस्बा गुर्जर राजाओं की राजधानी रहा है। यहां पर सबसे पहले गुर्जरों ने स्कूल की शुरुआत की थी। जिसका नाम बदलकर बाद में मिहिर भोज इंटर कॉलेज रखा गया था। इस इंटर कॉलेज का शिलान्यास उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और आजाद भारत के बाद यूनाइटेड प्रोविंस के प्रीमियर या प्रधानमंत्री गोविंद बल्लभ पंत ने किया था।
1949 में हुआ गुर्जर एंग्लो संस्कृत हायर सेकेंडरी स्कूल का शिलान्यास
दादरी में मिहिर भोज इंटर कॉलेज का शिलान्यास करवाने वाली संस्था के सदस्य डॉ.आनंद आर्य ने बताया, "दादरी के अयोध्या गंज में वर्ष 1948 में गुर्जर प्राइमरी पाठशाला की शुरुआत की गई। दादरी के एक सामाजिक संगठन ने इसकी शुरुआत की थी। आजादी के बाद उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत बने थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद दादरी के लोग उनसे मिलने लखनऊ पहुंचे। लोगों ने मुख्यमंत्री से दादरी इलाके के बच्चों के लिए एक स्कूल खुलवाने की मांग की। जिसके बाद सीएम गोविंद बल्लभ पंत ने दादरी में स्कूल खुलवाने के लिए जमीन का अधिग्रहण करवाया और 5 अक्टूबर 1949 को खुद मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत ने दादरी में आकर स्कूल का शिलान्यास किया। जब स्कूल का शिलान्यास किया गया तो उस समय स्कूल का नाम जीएएसएचएस यानि कि "गुर्जर एंग्लो संस्कृत हायर सेकेंडरी स्कूल" का नाम था।"
वर्ष 1972 में नाम बदलकर मिहिर भोज कॉलेज रखा गया
आनन्द आर्य ने बताया कि बाद में इस शिक्षण संस्थान का नाम बदलकर "गुर्जर इंटर कॉलेज" रखा गया। वर्ष 1960 में सब लोगों की सहमति से इस स्कूल का नाम बदलकर गुर्जर इंटर कॉलेज किया गया था लेकिन जब चौधरी चरण सिंह की सरकार आई तो उन्होंने 1966 में एक कानून बनाया। जिसके तहत किसी भी जाति वाचक शब्द से स्कूल कॉलेज या फिर संस्था का नाम रखने पर पाबंदी लगा दी गई थी। लिहाजा, "गुर्जर इंटर कॉलेज" का नाम बदलकर 1966 में "हिंदी संस्कृति इंटर कॉलेज" किया गया। करीब दो साल बाद वर्ष 1968 में दादरी के लोगों में नई चर्चा शुरू हुई। विचार आया कि स्कूल का नाम किसी महापुरुष के नाम पर रखा जा सकता है। वर्ष 1972 में सब लोगों की सहमति से इस स्कूल का नाम बदलकर "मिहिर भोज इंटर कॉलेज" रखा गया। इसके बाद जनपद में मिहिर भोज डिग्री कॉलेज और मिहिर भोज बालिका इंटर कॉलेज जैसे 5 विद्यालय बनाए गए। जिसमें हजारों बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
मुलायम सिंह यादव ने दादरी को दिया बड़ा तोहफा
उन्होंने बताया कि इस गुर्जर एंग्लो संस्कृत हायर सेकेंडरी स्कूल में अभी तक उत्तर प्रदेश के कई मुख्यमंत्री आ चुके हैं। जिसमें हेमवती नंदन बहुगुणा, राम नरेश यादव, मुलायम सिंह यादव और मायावती ने भी इस स्कूल का दौरा किया है। 1998 में मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जब दादरी आए तो उन्होंने मिहिर भोज बालिका डिग्री कॉलेज की आधारशिला रखी थी। राजेश पायलट भी इस स्कूल में आए थे। इसके अलावा मायावती और काशीराम ने मिलकर इस स्कूल से ही उत्तर प्रदेश में बड़ी रैली की शुरुआत को थी।
मिहिरभोज की प्रतिमा को लेकर पैदा विवाद बेमायने
कॉलेज में 22 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आ रहे हैं। योगी को सम्राट मिहिर भोज की 15 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करना है। जिसे लेकर दो जातियों के बीच विवाद चल रहा है। विवाद के बारे में बात करते हुए आनंद आर्य ने कहा, "यह विवाद बिल्कुल निर्रथक है। महापुरुष किसी एक जाति के नहीं होते हैं। महापुरुष सभी जाति के लिए समान होते हैं।" उन्होंने कहा, "मिहिर भोज के नाम से जितने भी स्कूल और कॉलेज बनाए गए हैं, उसमें किसी भी जाति का इस्तेमाल नहीं किया गया। यह बेमतलबी विवाद है। इसको खत्म करना चाहिए।" उन्होंने बताया कि आगामी 22 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दादरी आ रहे हैं। योगी आदित्यनाथ को दादरी में स्थित मिहिर भोज इंटर कॉलेज के इतिहास के बारे में लोगों को अवगत कराना चाहिए।