Uttar Pradesh News : दादरी प्रकरण बड़ा रूप लेता जा रहा है। रविवार को सुबह समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट करके निंदा की थी। अब इस मामले पर बसपा (Bahujan Samaj Pqrty) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने भी बड़ा बयान दिया है। मायावती ने इस पूरे प्रकरण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए माफी मांगने की बात कही है। मायावती ने रविवार की देर शाम दो ट्वीट करके कहा, "इस घटना से गुर्जर समाज के सम्मान को ठेस पहुंची है। सरकार को माफी मांगनी चाहिए।"
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट में लिखा है, "अभी हाल ही में दिनांक 22 सितम्बर 2021 को गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की दादरी में यूपी सरकार द्वारा लगाई गई प्रतिमा का माननीय मुख्यमंत्री ने गुर्जर शब्द के हटी हुई स्थिति में जो उसका अनावरण किया है, उससे गुर्जर समाज की भावनाओं को जबरदस्त ठेस पहुँची है तथा वे काफी दुःखी व आहत हैं। इतना ही नहीं बल्कि गुर्जर समाज के इतिहास के साथ ऐसी छेड़छाड़ करना अति-निन्दनीय तथा सरकार इसके लिए माफी माँगे व साथ ही प्रतिमा में इस शब्द को तुरन्त जुड़वाये, बी.एस.पी. की यह माँग।"
आपको बता दें कि 22 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दादरी के सम्राट मिहिर भोज महाविद्यालय में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया है। अनावरण से ठीक पहले प्रतिमा के शिलापट्ट पर लिखे नाम से गुजर शब्द को हटा दिया गया था। जिससे गुर्जर समाज में रोष व्याप्त हो गया। इसका विरोध करने के लिए रविवार को दादरी में पंचायत का आयोजन किया गया था। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने पंचायत को इजाजत नहीं दी। लिहाजा, टकराव की स्थिति को देखते हुए गुर्जरों ने चिटहेरा गांव में पंचायत की।
इस पंचायत में तीन बड़े फैसले लिए गए हैं। जिनमें से एक फैसला यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिलान्यास पट्ट को हटाया जाएगा। वहां गुर्जर समाज एक बार फिर नया शिलापट्ट लगाएगा। जिस पर सम्राट मिहिर भोज के नाम के साथ गुर्जर शब्द जोड़ा जाएगा। इसी सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार की देर शाम बयान जारी किया है। आपको बता दें कि मायावती दादरी क्षेत्र के बादलपुर गांव की मूल निवासी हैं।