गैस चैम्बर बना शहर : विधायक ने डीएम से पूछा- क्या विकास लोगों की जान से ज्यादा जरूरी है

Tricity Today | Dhirendra Singh



Greater Noida : पूरा दिल्ली-एनसीआर गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा का भी वायु प्रदूषण के कारण बुरा हाल है। निवासी सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग सांस संबंधी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। जेवर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को एक पत्र लिखा है। जिसमें धीरेंद्र सिंह ने कहा है, "क्या एक क्षेत्र में हो रहा विकास यहां रहने वाले लोगों की जान से ज्यादा जरूरी है?" विधायक ने प्रदूषण रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।

ग्रेटर और नोएडा दनकौर में एक्यूआई 500 के पार
धीरेंद्र सिंह ने गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को पत्र लिखकर पूछा है, "क्या इस क्षेत्र में हो रहा यह विकास यहां रहने वाले लोगों की जान से ज्यादा जरूरी है। क्योंकि ग्रेटर नोएडा और दनकौर में आज की वायु गुणवत्ता बेहद खराब है। मैं इस वक्त के प्रदूषण स्तर का चित्र भेज रहा हूं। ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता की स्थिति 500 पहुंच चुकी है, जो इंसान की जिंदगी के लिए बेहद खतरनाक है। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो या रहने वाले लोगों का जीवन और स्वास्थ्य संकट में पड़ सकता है।" 

हालात सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत
धीरेंद्र सिंह ने बुधवार की सुबह यह पत्र जिलाधिकारी को भेजा है। उन्होंने डीएम को इस प्रदूषण की वजह भी बताई हैं। विधायक ने लिखा, "इस खराब वायु गुणवत्ता के कारण सड़कों के आसपास से उड़ने वाली धूल है। सड़कों का निर्माण और बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन हो रहा है। नियमों के विपरीत मिट्टी ढोने वाले डंपर वजह हैं, जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर ग्रेटर नोएडा में थे। उन्होंने वायु गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए हैं। स्थिति की गंभीरता पर अभिलंब निर्णय लें। प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दें।"

दिल्ली गैस चैंबर बनी, आसपास के सारे शहर बेहाल
वायु प्रदूषण के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के शहरों का दम घुट रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से बुधवार की शाम 4:00 बजे जारी की गई रिपोर्ट के आंकड़े चिंताजनक हैं। पूरे देश में दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर है। राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 424 है। इसके बाद दूसरे नंबर पर फरीदाबाद में एक्यूआई 403 है। ग्रेटर नोएडा में 402 एक्यूआई है। बहादुरगढ़ 400, नोएडा का एक्यूआई 398 है। मानेसर 393, गुरुग्राम 390, और गाजियाबाद 381 पर है। एनसीआर के बाहरी शहरों का भी बुरा हाल है। मतलब, बुलंदशहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 326 है। बागपत का 316, बल्लभगढ़ का 273 और हापुड़ का 318 दर्ज किया गया है। कुल मिलाकर साफ है कि दिल्ली से लेकर 200 किलोमीटर के दायरे तक लोगों का दम घुट रहा है।

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