Greater Noida News : बेहद शर्म की बात है कि सरकार और अफसरों के सभी दावे झूठे साबित हो रहे हैं। दिवाली पर नोएडा समेत पूरे एनसीआर की हवा में प्रदूषण फैला हुआ है। दूसरी ओर छठ पूजा के मौके पर पानी में भी जहर है। आखिर आम जनता क्या करें? वैसे तो सरकार और प्रशासनिक अधिकारी दावा करते हैं कि इस बार दिवाली पर प्रदूषण को रोकने के लिए बंदोबस्त किए गए हैं। छठ पूजा पर पानी की सफाई की जा रही है, लेकिन यह सब हवा-हवाई है। असलियत में जमीन पर कुछ और ही मिलेगा।
नोएडा समेत एनसीआर में कहां तक पहुंचा वायु प्रदूषण
दिवाली के बाद शुक्रवार की सुबह नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 257 दर्ज किया गया। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा का AQI 253 दर्ज किया गया। इसी के साथ गाजियाबाद में वायु प्रदूषण 273, फरीदाबाद में 251, गुरुग्राम में 269 और मेरठ जैसे जिले में 202 तक पहुंच गया था। हालांकि, दोपहर बाद हालत में सुधार हुआ है। उसके बावजूद भी वायु में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा देखा जा रहा है। जिसका नतीजा है कि लोगों की आंखों में जलन हो रही है।
यमुना नदी में दिखाई दे रहे झाग
दूसरी तरफ यमुना नदी में प्रदूषण की वजह से सफेद झाग दिखाई दे रहे हैं। यह चिंता का विषय है। वैसे तो छठ पूजा के मौके पर घाटों और यमुना नदी की सफाई की जाती है, लेकिन इस बार नजारा कुछ अलग ही दिखाई दे रहा है। अधिकारियों का दावा है कि पानी की सफाई के लिए व्यवस्था की गई है, लेकिन व्यवस्था कहां है?
यह कैसा बंदोबस्त?
छठ पूजा को अब 7 दिन भी बाकी नहीं है और यमुना नदी में वायु प्रदूषण की वजह से सफेद झाग लगातार बढ़ता जा रहा है। आखिर जिम्मेदार अधिकारी कहां गायब है? प्रदूषण को रोकने के लिए मशीनें लगाई जाती हैं और लोगों की तैनाती की जाती है, लेकिन समय आने पर सब हवा-हवाई दिखता है।