बड़ी खबर : गौतमबुद्ध नगर के इन 37 बिल्डरों की प्रॉपर्टी होंगी नीलाम, जानें कैसे ले सकेंगे हिस्सा

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Gautam Budh Nagar News : अब जिला प्रशासन ने बकायेदार बिल्डरों पर शिकंजा कस, उनकी जब्त की गई 450 करोड़ रुपए की संपत्ति को नीलाम करेगा। इस मामले पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी नाराजगी जता चुके हैं। दिवाली के बाद बकायेदार बिल्डरों की 450 करोड़ रुपए की जब्त की गई संपत्ति को नीलाम किया जाएगा। 

जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि 37 बिल्डरों की 450 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। जिसकी ई-नीलामी की जाएगी। इस के पहले भी शासन को पत्र भेजा गया था और एक दिन पूर्व भी उन्होंने शासन को दोबारा इस संबंध में पत्र भेजकर वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की है। 

जिसके बाद शासन की तरफ से भी ई-नीलामी की मंजूरी मिल गई है। उम्मीद है कि दिवाली तक शासन से इसकी लिखित अनुमति मिल जाएगी। नवंबर महीने में दिवाली के बाद जब्त की गई बिल्डरों की संपत्ति को नीलाम कर दिया जाएगा और बकाए की वसूली की जाएगी। उनका प्रयास है कि यह नीलामी संबंधित क्षेत्रों में प्राधिकरण के अधिकारियों के माध्यम से कराई जाए। प्रदेश में पहली बार होगा जब जिला प्रशासन द्वारा बकायेदार बिल्डरों की संपत्ति को ज़ब्त कर नीलामी से बकाया वसूला जाएगा। 

हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी बकायेदार बिल्डरों से वसूली ने होने पर नाराजगी जता चुके है। इस मामले को लेकर जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी को न्यायालय में बुलाया जा चुका है। फ्लैट ना मिलने पर बड़ी संख्या में निवेशक रियल स्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) में गए थे और रेरा ने 1000 करोड़ से अधिक की आरसी जारी कर जिला प्रशासन को वसूली के लिए भेजी थी। निवेशकों ने वसूली ना होने पर न्यायालय में अपील की थी। जिससे इस मामले को लेकर शासन तक हड़कम्प मच गया था। 

अभी तक जिला प्रशासन ने सबसे बड़ी कार्रवाई सुपरटेक के खिलाफ की है। जिला प्रशासन सुपरटेक के 59 विला जब्त कर चुका है। बिल्डर ग्रुप ने जिनकी कीमत 120 करोड़ रुपए बताई है। रेरा का सुपरटेक पर एक अरब से अधिक का बकाया है। इसके अलावा सदर तहसील में भी 10 बिल्डरों की 123 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।

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