ग्रेटर नोएडा की पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसाइटी में धरना खत्म : UPSIDC दफ्तर में बिल्डर के साथ बैठक, तीन महीनों में पूरे होंगे ये 12 काम

Tricity Today | UPSIDC दफ्तर में बिल्डर के साथ बैठक



Greater Noida News : पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसाइटी के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ अपनी कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया था। इसके बाद क्षेत्रीय प्रबंधक सूरजपुर की अध्यक्षता में बिल्डर और निवासियों के बीच एक समझौता हुआ, जिसके तहत बिल्डर ने निवासियों की मांगों को पूरा करने का वादा किया। इन सभी कार्यों को तीन महीनों के भीतर पूरा करने की सहमति मिलने के बाद निवासियों ने अपना धरना स्थगित कर दिया है। अगर निर्धारित समय में मांगों को पूरा नहीं किया गया तो फिर से विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी गई है। यूपीएसआईडीसी के आरएम की उपस्थिति में यह बैठक आयोजित हुई। इसमें गौतमबुद्ध नगर के डीएम और एडीएम का अहम योगदान रहा।

इन मांगों पर लगी मुहर
  1. नई सुरक्षा एजेंसी की नियुक्ति : वर्तमान में सोसाइटी की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही एनडीएस कंपनी की एजेंसी को 30 सितंबर 2024 तक हटाकर एक नई सुरक्षा एजेंसी नियुक्त की जाएगी।
  2. बिजली मीटर मेंटेनेंस शुल्क की वापसी : आवंटियों से बिजली मीटर के रखरखाव और अन्य खर्चों के लिए काटी गई 1,590 रुपये की राशि वापस की जाएगी। इसके अलावा इस मद में खर्च की गई धनराशि को आईएफएनएस से समायोजित किया जाएगा।
  3. प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन : बचे हुए विला, फ्लैट, स्टूडियो और दुकानों की रजिस्ट्री प्राधिकरण की देयता पूरी करने और कम्पलीशन सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद की जाएगी।
  4. इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार : बिल्डर ने सोसाइटी में रोड कारपेटिंग, क्लब की कुर्सियों की मरम्मत, मुख्य द्वार की पेंटिंग, ऑडियो-वीडियो रूम को चालू करने, किड्स एरिया की मरम्मत, स्विमिंग पूल की सफाई, बैडमिंटन कोर्ट, जिम की मरम्मत और सीसीटीवी कैमरों की मरम्मत का कार्य करने का वादा किया है।
  5. राष्ट्रीय ध्वज का पोल : क्लब हाउस के सामने राष्ट्रीय ध्वज के लिए एक पोल लगाया जाएगा।
  6. वित्तीय ऑडिट रिपोर्ट : हर वित्तीय वर्ष की आय-व्यय की ऑडिट रिपोर्ट सभी आवंटियों को दी जाएगी। 
  7. अनधिकृत निर्माण की जांच : पार्किंग और दुकानों जैसी अनधिकृत निर्माण गतिविधियों का क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा निरीक्षण किया जाएगा।
  8. सीवर और एसटीपी प्लांट की जांच : सीवर या एसटीपी प्लांट की जांच की जाएगी कि इसका एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) कितना है। वाटर डिस्चार्ज क्षमता की स्थिति क्या है। इस कार्य के लिए तीन महीने का समय दिया गया है, जिससे दूषित पानी की निकासी को रोका जा सके।
  9. जलभराव की समस्या का समाधान : जलभराव की समस्या के समाधान हेतु वॉटर हार्वेस्टिंग पिट का निर्माण किया जाएगा।
  10. गेट पर कैटल ग्रिड : गेट पर कैटल ग्रिड लगाई जाएगी ताकि कोई भी पशु अंदर प्रवेश न कर सके।
  11. कार्य समिति की स्थापना : निवासियों द्वारा कार्य समिति के लिए पांच लोगों के नाम सुझाए जाएंगे।
  12. बच्चों के लिए पार्क : सोसाइटी के अंदर बच्चों के लिए एक पार्क और झील की व्यवस्था की जाएगी।

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