खास खबर : रवीना टण्डन ने ग्रेटर नोएडा की 'डॉग मदर' से 'कोको' गोद ली, दिलचस्प है एक साल की इस बीगल की कहानी

Tricity Today | रवीना टंडन ग्रेटर नोएडा की डॉग मदर के साथ



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में 'डॉग मदर' के नाम से मशहूर कावेरी राणा भारद्वाज से एक डॉगी बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने गोद लिया है। रवीना टंडन को डॉगी गोद देने कावेरी राणा भारद्वाज बुधवार को दिल्ली गई थीं। रवीना टंडन एक फिल्म की शूटिंग करने के लिए दिल्ली आई थीं। इस फीमेल डॉगी का नाम कोको है। यह बीगल ब्रीड की है।

एक महीना पहले रवीना टंडन ने फोन करके डॉगी मांगी थी
कावेरी राणा ने कहा, "मैंने करीब एक महीना पहले ग्रेटर नोएडा में रहने वाली एक फैमिली से फीमेल डॉगी को गोद लिया था। मैंने एक ट्वीट अपलोड किया था। जिसके बाद रवीना टंडन ने फोन पर मुझसे बात की। उन्होंने कहा था कि इस फीमेल डॉगी को मैं ही एडॉप्ट करूंगी। आज रवीना टंडन दिल्ली में आईं तो उन्होंने जानकारी दी। मैंने रवीना टंडन से अपने डॉगी के साथ मुलाकात की। उन्होंने इसे गोद ले लिया है। वह अभी मेरे पास रहेगी। कुछ दिनों पहले मैंने इसकी नसबंदी के लिए प्राइवेट डॉक्टर से सर्जरी करवाई है।" 



अगले महीने ट्रेन से मुम्बई जाएगी कोको
कावेरी राणा भारद्वाज ने आगे बताया, "फीमेल डॉगी कोको अगले महीने मुंबई ट्रेन के माध्यम से जाएगी। यह फीमेल बीगल ब्रीड का है। फिलहाल यह एक साल की है।" कावेरी राणा पिछले करीब 18 सालों से यह कार्य कर रही हैं। कावेरी भारद्वाज ग्रेटर नोएडा में स्थित ओमीक्रोन सेक्टर में रहती हैं। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ग्रेटर नोएडा में एक डॉगी को चाकू मार दिया था। उन्होंने उसकी सर्जरी 83 हजार रुपये खर्च करके करवाई थी। इस तरह की काफी घटनाएं सामने आती हैं। कावेरी भारद्वाज हर महीने अपने डॉगी परिवार पर काफी पैसे खर्च कर देती हैं। 

सोशल सपोर्ट से चलता है डॉगी फैमिली का खर्चा
लोग बीमार कुत्तों को छोड़ कर चले जाते हैं। कावेरी इनका इलाज करवाती हैं। इनके खाने-पीने का पूरा ख्याल रखती हैं। इस सब पर बड़ा खर्च करना पड़ता है। कावेरी राणा बताती हैं, "मेरी काफी लोग मदद करते हैं। मेरे दोस्त भी मेरी मदद करते हैं। काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन मेरे पति मेरा काफी सहयोग करते हैं। यह पूरा प्रोजेक्ट सोशल सपोर्ट सही चल रहा है।" उन्होंने बताया कि रवीना टंडन के पास एक इंडियन डॉग था। जिसकी पिछले साल ही डेथ हुई है। 



कावेरी के पास 137 पशुओं का बड़ा परिवार
कावेरी ने बताया कि उनके पास इस वक्त 137 पशुओं का भारी-भरकम परिवार है। उन्होंने कहा, "मेरे पास इस समय 125 डॉग, पांच गधे, 6 गोवंश और 3 बंदर हैं। मेरी नवादा गांव में एक सेंचुरी है। मेरे एक जानने वाले हैं, जिनका वहां पर खेत है। उन्होंने खेत की 3 बीघा जमीन दी है। मैंने उस खेत को सेंचुरी में बदलकर वहां पर जानवर को रखा है। उनको कोई पैसा नहीं देना पड़ता है। अभी उन्होंने जानवरों की सेवा के लिए यह जमीन दी है।"

'एडॉप्ट, डोंट शॉप' है कावेरी राणा का मोटो
कावेरी राणा भारद्वाज की पहचान पशु प्रेमियों में होती है। वह खासतौर से डॉग्स को बड़ा प्रेम करती हैं। यही वजह है कि उन्हें ग्रेटर नोएडा शहर के लोग 'डॉग मदर' के नाम से जानते हैं। वह कुत्तों पर अत्याचार, मारपीट करने वालों और तिरस्कार करने वालों के खिलाफ लगातार आवाज उठाती रहती हैं। कावेरी राणा का मूल मंत्र 'अडॉप्ट, डोंट शॉप' है। वह कहती हैं कि डॉग्स हमारे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनकी खरीद-फरोख्त नहीं करनी चाहिए। इन्हें प्रेम करना चाहिए और प्रेम के साथ ही गोद लेकर पालना चाहिए। अगर किन्ही कारणों से कोई अपने पालतू डॉग्स को छोड़ना चाहता है तो उसे मित्रों, रिश्तेदारों या पड़ोसियों को सौंपना चाहिए। कावेरी राणा भारद्वाज स्ट्रीट डॉग्स के लिए लम्बे अरसे से काम कर रही हैं।

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