Greater Noida : रवि कुमार नटवरलाल और उसके साथी पुष्पेंद्र की 5 दिन की रिमांड पूरी होने के बाद यूपी एसटीएफ ने दोनों को कोर्ट में पेश पेश किया। इस दौरान यूपी एसटीएफ ने 5 दिन की और कस्टडी रिमांड मांगी। न्यायालय ने एसटीएफ के आवेदन पर सुनवाई करते हुए पुष्पेंद्र को जेल भेजने के आदेश दिए। वहीं, नटवरलाल को 3 दिन की रिमांड पर एसटीएफ के हवाले कर दिया।
इसलिए मांगी 3 दिनों की कस्टडी
एसटीएफ के निरीक्षक सचिन कुमार ने कोर्ट को बताया कि आरोपियों से 9 कंपनियों के माध्यम से किए गए अवैध क्रियाकलापों के महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हो रहे हैं। अभी और साक्ष्य, दस्तावेज, बैंक अकाउंट और इलेक्ट्रोनिक उपकरण बरामद किए जाने हैं। जिसके लिए आरोपियों को दिल्ली, पानीपत, गुरुग्राम और एनसीआर आदि स्थानों पर लेकर जाना है।
दोनों के कब्जे से कसीनो के टोकन मिले
रवि नटवरलाल के अधिवक्ता केके भाटी और पुष्पेंद्र के अधिवक्ता ओपिंद्र भाटी भी अदालत में पेश हुए। उन्होंने बताया कि एसटीएफ के जांच अधिकारी ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर कहा है कि उन्होंने अवैध कारोबार में लिप्त होना कबूल किया है। आरोपियों की निशानदेही पर काफी साक्ष्य और सामान की बरामदगी हो गई है। इनमें कसीनो के टोकन भी शामिल हैं। अभी अन्य आरोपियों के नाम और सामान के संबंध में भी पूछताछ करनी है। इसके लिए आरोपियों को दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न शहरों में लेकर जाना है। इसके लिए कम से कम पांच दिन का समय चाहिए।
पुष्पेंद्र गया जेल
अदालत ने अधिवक्ताओं की बहस सुनने के बाद नटवरलाल की 3 दिन की रिमांड मंजूर की और पुष्पेंद्र को जेल भेजने के आदेश दिए। अधिवक्ता केके भाटी ने बताया कि नटवर लाल की रिमांड मंजूर होने के कारण अग्रिम जमानत याचिका वापस ले ली है। वहीं, नियमित जमानत याचिका पर बहस रिमांड पूरी होने के बाद की जाएगी।
चीन से पढ़कर आया रवि कुमार नटवरलाल
गुजरात निवासी रवि कुमार नटवरलाल वर्ष 2012 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने चीन गया था। आरोपी वहां कुछ संदिग्ध लोगों के संपर्क में आ गया और एमबीबीएस पूरी करने से कुछ पहले भारत लौट आया। इसके बाद चीन के संदिग्ध नागरिकों के संपर्क में आकर अवैध गतिविधियों में संलिप्त हो गया। उसने सबसे पहले गुजरात में ही चीन की एक इलेक्ट्रोनिक कंपनी से जुड़कर काम किया। जब उसे पता चला कि गौतमबुद्ध नगर में सबसे अधिक चीनी कंपनियां कारोबार की इच्छुक हैं और यहां चीनी नागरिकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है, तो वह यहां आ गया और दो कंपनियों की आड़ में नौ कंपनियां बनाकर लाखों का लेनदेन व खरीद-फरोख्त करने लगा। जांच में सामने आया है कि रवि नटवरलाल की कंपनियों के माध्यम से ही मोबाइल स्क्रैप आदि की खरीद-फरोख्त की गई है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहता है पुष्पेंद्र
पुष्पेंद्र ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर सिटी की सोसाइटी में रहता है। वह काफी समय से ग्रेटर नोएडा के चीनी गेस्ट हाउस में गाजियाबाद और नार्थ ईस्ट की लड़कियां सप्लाई कर रहा था। सूत्रों का दावा है कि चीनी जासूस सु फाइ के पकड़े जाने के बाद पुष्पेंद्र ने कुछ चीनी नागरिकों के साथ उससे मिलने का प्रयास किया था, लेकिन वह मिल नहीं पाया था। जांच के दौरान पता चला है कि पुष्पेंद्र गौर सिटी की जिस सोसाइटी में रहता था। वहां पर भी चीनी नागरिकों और लड़कियों का आना जना लगा रहता था।