जगहंसाई के बाद ऐसी सफाई : ग्रेटर नोएडा स्टेडियम के मैनेजर का चौंकानेवाला बयान-हमारी कोई गलती नहीं, लोगों को बस कंटेंट से मतलब !

tri city today | बारिश के बीच कवर्स से ढका ग्रेटर नोएडा का स्टेडियम



Greater Noida News : अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच अब अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी सुर्खियां बटोर रहा है। सोशल मीडिया पर पर तो न जाने कितने मीम और मजाक बन चुके हैं। इसमें पंखे से मैदान सुखाने और मैदान को रिपेयर करने के फोटो खूब वायरल हुए। अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्ला शाहिदी और उनका क्रिकेट बोर्ड नाखुशी जाहिर कर चुके हैं। शहर की बदनामी और खराब व्यवस्थाओं की हर जगह आलोचना हो रही है, लेकिन ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के मैनेजर जगहंसाई कराने के बाद सभी बातों को खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रबंधन की इस पूरे मामले में कोई गलती नहीं है। हमारी व्यवस्थाओं में कोई चूक नहीं रही। लोगों को तो बस कटेंट से मतलब है, वे हकीकत जानना नहीं चाहते। 

अफगान टीम की हर मांग पूरी की
93.5 रेड एफएम से बातचीत में उन्होंने अपनी बात कही। हालांकि उनका नाम इसमें प्रसारित नहीं किया गया। उन्होंने इसे छिपाने की शर्त रखी थी। उन्होंने कहा, अफगानिस्तान की टीम 30 अगस्त को आई थी। यहां उन्होंने तीन दिन अभ्यास मैच भी खेला और 300 से ज्यादा रन भी बनाए। हमने अफगानिस्तान के बल्लेबाजी कोच जोनाथन ट्रॉट की मांग के हिसाब से ही पिच तैयार करके दी। 

बारिश की वजह से सारी दिक्कतें
सारी समस्या बारिश से हो रही है। यह तो हमारे हाथ में नहीं है। हमारे यहां से सबसे करीबी क्रिकेट मैदान दिल्ली का अरुण जेटली स्टेडियम है, वहां भी बारिश की वजह से दिल्ली प्रीमियर लीग के मैच रद्द हो गए हैं। बारिश इतनी तेज हो रही है कि पूरे ग्राउंड को कवर करने के बावजूद पानी अंदर तक घुस गया। इस मैदान के बारे में अफगानिस्तान को पहले से सारी जानकारी थी। 

बरसात में अफगान टीम की ट्रेनिंग का दावा झूठा
वह बोले, यह तीन साल तक अफगानिस्तान का घरेलू मैदान रहा। उन्होंने बारिश के दिनों में ट्रेनिंग की होगी। उनके बोर्ड को इसका पता रहा होगा। नहीं तो वे यहां आने की रजामंदी ना देते। हालांकि मैनेजर के बारिश वाले दावे में जरा भी भी दम नहीं है। अफगानिस्तान यहां सबसे लंबी छह मैचों की सीरीज में आयरलैंड की मेजबानी की थी। वह सीरीज मार्च में खेली गई थी। ना कि बरसात या आसपास के सीजन में। उन्होंने तमाम विवाद पर कहा कि कुछ लोगों को कंटेंट चाहिए होता है। उनको हकीकत जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है। 

गीला आउटफील्ड बना मुसीबत
स्टेडियम के गीले आउटफील्ड की वजह से पहले दो दिन मैच की अवधि में एक बूंद तक नहीं गिरने के बावजूद टॉस तक नहीं हो सका। मैदान सुखाने के सारे उपाय फेल रहे। इसके बाद बाकी के दो दिन बारिश ने खेल दिखाया। अब मैदान पर पानी है और इसकी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। तीसरे दिन पंप से पानी निकालना पड़ा था। ऐसे में इसका रद्द होना तय है। शुक्रवार की सुबह इसकी औपचारिक घोषणा होगी।

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