Greater Noida News : समाजवादी अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय सचिव श्याम सिंह भाटी ने लखनऊ में जयप्रकाश नारायण की जयंती पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के माला अर्पण पर रोकने की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अखिलेश यादव के घर को घेर लिया और बड़ी संख्या में बैरीकेड्स लगाकर सड़क को बंद कर दिया। भाटी ने आरोप लगाया कि यह घटना वर्तमान भाजपा सरकार की तानाशाही प्रवृत्तियों को दर्शाती है। जो लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास कर रही है। इस तरह की कार्रवाई से साफ है कि सरकार विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाना चाहती है।
राजनीतिक विरोधियों को दबाने का काम कर रही सरकार
श्याम सिंह भाटी ने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव को रोकने का प्रयास किया गया हो। पिछले वर्ष भी अखिलेश यादव को पुलिस द्वारा रोका गया था, लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए रेलिंग कूदकर स्मारक तक पहुँचने में सफलता पाई थी। भाटी ने वर्तमान सरकार की विफलताओं को उजागर करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था, महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दों पर सरकार गंभीर नहीं है। समाजवादी पार्टी का मानना है कि यह सरकार केवल अपने राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए काम कर रही है।
एकजुट होकर तानाशाही के खिलाफ खड़े होने का किया आह्वान
श्याम सिंह भाटी ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता दमनकारी नीतियों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने समाज में व्याप्त समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि सरकार को कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए, बजाय इसके कि वह विपक्षी दलों के नेताओं की आवाज़ को दबाए। भाटी ने समाजवादी लोगों से एकजुट होकर इस तानाशाही के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया, यह बताते हुए कि समाजवादियों की एकता ही इस तरह की दमनकारी नीतियों का मुकाबला कर सकती है।