जिला बार एसोसिएशन चुनाव 2023 : भाई माहौल क्या है? अरे कौन फाइट में है...

Tricity Today | जिला कोर्ट



Greater Noida News : घर में बेटी के ब्याह सा है ये बार एसोसिएशन का चुनाव। ये चुनाव एक ऐसा चुनाव है, जिसमें तमाम काले कोट वाले वकील ही घराती-बराती और जनता हैं। बता दें कि वैसे इस चुनाव में आम लोगों का कोई सीधा लेना देना नहीं होता है। वकीलों में वो तमाम भाई-बंधु और रिश्तेदार, जो तमाम नाराजगियों और कहासुनी के बावजूद रूठने-मनाने के बाद इसमें शरीक होंगे ही। और, इस ‘ब्याह’ में शामिल होने की अनिवार्य शर्त है वोट।
जिला अदालत में बढ़ गई गहमा-गहमी
सूरजपुर स्थित जिला अदालत कैंपस में इन दिनों काफी गहमागहमी देखी जा रही है। वकीलों के चैंबर्स के आसपास काफी भीड़भाड़ देखी गई। वकीलों में जो एक बात कॉमन थी, वह थी भाई माहौल क्या है? अरे कौन फाइट में है। बता दें कि जिला बार एसोसिएशन का चुनावी बिगुल बज चुका है। वकीलों के अगले नेता का चुनाव 21 दिसंबर को होना तय हुआ है।

एमपी-एमएलए के चुनाव से कम नहीं
बार एसोसिएशन कहने को तो वकीलों का चुनाव है। लेकिन, कहा जाता है कि ये किसी एमपी एमएलए के चुनाव से कम नहीं है। कार्यकाल बेशक मात्र एक साल का ही होता है, किन्तु पैसा, जोड़तोड़ और मदहोशी बेहिसाब देखने को मिल जाती है। प्रत्याशी इस एक साल के कार्यकाल के लिए अपनी अच्छी खासी पूंजी झोंक देते हैं। बस कैसे भी जीत जाएं। वैसे तो बार एसोसिएशन में 7 पदों के लिए मतदान होता है। लेकिन, अध्यक्ष और सचिव का पद बार एसोसिएशन में अति महत्वपूर्ण होता है।

गिफ्ट से लेकर पार्टी तक
वकील नेता अपने पक्ष में महौल बनाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। बस किसी भी तरह जीत का स्वाद चखने को मिल जाए। इसलिए वकील नेता अपने वोटर्स को लुभाने के लिए हर तरह के हथकंड़े अपना रहे हैं। फिर चाहे शहर में अलग-अलग ठिकानों पर होने वाली पार्टी हो या फिर वोटर्स के लिए गिफ्ट और मदिरा।

वोटर भी हुआ चतुर चालाक
अब देश में हो या प्रदेश में या फिर वकीलों का चुनाव। आज का मतदाता काफी चतुर चालक हो चुका है। इसका उदाहरण इन दिनों बार एसोसिएशन के चुनाव में देखने को मिल रहा है। मतदाता कुछ बोलने को तैयार नहीं है। जो प्रत्याशी उसके चैंबर में आ रहा है, उसका जवाब बस इतना ही होता है। हां भाई, बिल्कुल आप को देने का मन बन चुका है।

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