Greater Noida : ग्रेटर नोएडा में अवैध प्लाटिंग और कब्जे के खिलाफ प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। शनिवार को जिला एंटी टास्क फोर्स की बैठक में तीन लोगों को भू-माफिया घोषित करने का निर्णय लिया गया। इनमें एक कंपनी और दो व्यक्तिगत आरोपी शामिल हैं। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अवैध निर्माणों को तत्काल ध्वस्त किया जाएगा और भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए नियमित निगरानी की जाएगी।
भूमि पर अवैध प्लाटिंग का आरोप
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिसरख के कुलदीप भाटी, वसुंधरा इंदिरापुरम निवासी श्यामा चरण मिश्रा और डीपीएल फर्म्स एंड बिल्डर को भू-माफिया घोषित करने का फैसला लिया गया। इन सभी पर डूब क्षेत्र और प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि पर अवैध प्लाटिंग का आरोप है। क्षेत्र में सक्रिय भू-माफिया की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही टॉप-10 भू-माफिया की सूची जारी की जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में जिले की भू-माफिया सूची में 120 से अधिक नाम दर्ज हैं, जिनका सत्यापन किया जा रहा है।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी : डीएम
डीएम ने बताया कि यह कार्रवाई आम जनता के हितों की रक्षा के लिए की जा रही है। अवैध प्लाटिंग से न केवल सरकारी जमीन का दुरुपयोग होता है, बल्कि इससे निर्दोष लोग भी ठगी का शिकार होते हैं। प्रशासन ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि डूब क्षेत्र में चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे और किसी भी अवैध गतिविधि की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया गया है। साथ ही, डीपीएल फर्म्स एंड बिल्डर के अन्य संबंधित व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें भी भू-माफिया घोषित किया जाएगा।