Greater Noida News : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास निवेश बढ़ाने के लिए जापान और कोरिया के बाद अब अमेरिका और ब्रिटेन ने भी निवेश की तैयारी कर ली है। दोनों देशों के साथ कई अन्य देश यहां न सिर्फ अपने ग्रुप हाउसिंग के प्रोजेक्ट ला रहे हैं, बल्कि कई यूनिवर्सिटी के लाए जाने की भी तैयारी है।
3 टाउनशिप और 3 यूनिवर्सिटी बनेंगी
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण YEIDA के CEO अरुण वीर सिंह ने बताया कि यमुना अथॉरिटी ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास 3 नई टाउनशिप और 3 विदेशी यूनिवर्सिटी विकसित करने का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद कई देशों के रियल एस्टेट डेवलपर्स और एजुकेशन इंस्टीट्यूशन की तरफ से जमीन एलाट किए जाने के प्रपोजल मिले हैं। अभी तक अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, दक्षिण कोरिया, बेल्जियम और अन्य देशों के विदेशी रियल एस्टेट डेवलपर्स और उजुकेशन इंस्टीट्यूशन ने इस क्षेत्र में निवेश करने में रूचि दिखाई है।
अथॅरिटी जल्द लाएगी योजना
यीडा सीईओ डा. अरुण वीर सिंह ने बताया कि जिन 3 टाउनशिप प्रोजेक्ट का प्रस्ताव रखा गया है, वे यमुना अथॉरिटी के सेक्टर 22डी में 70 से 100 एकड़ जमीन पर विकसित की जाएंगी। विदेश की रियल एस्टेट फर्मों की रूचि देखते हुए सेक्टर 22डी में अस्पताल, स्कूल और वाणिज्यिक सुविधाओं के साथ टाउनशिप या बड़े पैमाने पर ग्रुप हाउसिंग डेवलप करने के लिए 3 प्लॉट आवंटित करने का निर्णय लिया है। जल्द ही अथॉरिटी इसकी योजना निकालेगी।
11 क्लस्टर बनाए जाने पहले से हो चुके हैं तय
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के करीब 5-10 किमी पास 395 एकड़ में जापानी और 365 एकड़ में दक्षिण कोरिया इंडस्ट्रियल सिटी बनाने को तैयार है। इनमें विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक यूनिट पर फोकस किया जाएगा। यमुना अथॉरिटी अभी इस क्षेत्र में जमीन का आवंटन करने के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में है। ये दोनों इंडस्ट्रियल सिटी 11 प्रस्तावित औद्योगिक क्लस्टरों से अलग हैं। पूर्व में प्रस्तावित 11 क्लस्टर में सेमीकंडक्टर, डेटा सेंटर, आईटी, रेडिमेड गारमेंट, टॉय, मेडिकल इक्यूपमेंट, हस्तशिल्प के क्लस्टर शामिल हैं। ये सभी क्लस्ट सेक्टर 28, 29, 32 और 33 में होंगे।
एजुकेशन हब बनाने की है तैयारी
यमुना प्राधिकरण के एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र को एजुकेशन हब बनाए जाने की तैयारी अथॉरिटी की तरफ से की जा रही है। प्राइवेट एजुकेशन इंटीट्यूट और यूनिवर्सिटी बनाए जाने को सेक्टर 22 ई में जमीन अलॉट की गई है। कई विदेशी यूनिवर्सिटी को जमीन आवंटित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि सिंह ने कहा कि एजुकेशन फील्ड में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों को यहां अपने कैंपस बनाने करने के लिए तीन प्लॉट (100 एकड़ का एक और 50 एकड़ के दो) अलॉट करने का फैसला किया है। अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, जापान और स्वीडन समेत कई देशों से एजुकेशन इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी कैंपस बनाने के आवेदन मिले हैं।
सेक्टर-29 बनेगा एयरो विलेज
एयरपोर्ट के पास बजट होटलों के साथ 3 और 5 स्टार होटलों के विकास पर भी अथॉरिटी फोकस कर रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के साथ एयरपोर्ट के सबसे नजदीक सेक्टर 29 को एयरो विलेज के रूप में डेवलप किए जाने की योजना है। होटलों और कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए प्लॉट अलॉट किए जाने की योजना भी जल्द आएगी। एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू होने से पहले सेक्टर 29 में होटलों के लिए लैंड अलॉटमेंट कर दिया जाएगा। जिसे इसे क्षेत्र को एयरो विलेज के रूप में पहचान मिलेगी।