सत्रारंभ : बिमटेक के छात्रों को दिग्गजों ने किया सम्बोधित, कहा- शिक्षा में जीवन जीने की कला सीखिए

Tricity Today | बिमटेक के छात्रों को दिग्गजों ने किया सम्बोधित,



Greater Noida : “आप दुनिया की सारी समस्याओं का समाधान एक ही बार में नहीं निकाल सकते, लेकिन जो प्रभाव स्थापित करने की क्षमता आप में है, उसको कमतर ना समझें क्योंकि इतिहास इस तथ्य का गवाह है कि हिम्मत एक-दूसरे से मिलती है और उम्मीद अपने आप ही ज़िंदगी का रूप ले लेती है।” मिशेल ओबामा के इस व्यक्तव्य के साथ ग्रेटर नोएडा के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (BIMTECH Greater Noida) के 34वें बैच की शुरुआत हुई।

शिक्षाविदों ने कहा, शिक्षा सिर्फ जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि उसको ज्ञान में तब्दील करने की एक कला है। जो कौशल प्रदान करने के साथ-साथ मूल्यवान बनाती है। साथ ही हमारी जिंदगी को एक संदर्भ प्रदान करती है और समाज में एक मुख्य भूमिका निभाने के लिए प्रेरणा स्रोत बनती है। कोविड महामारी के चलते जो संकट उपजा है, उससे शिक्षा का क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है। इस महामारी ने शिक्षा क्षेत्र का परिदृश्य भी बदल दिया है। दुनियाभर के तमाम शैक्षणिक संस्थानों ने अपने सारे ज्ञान और संसाधनों का इस्तेमाल करके शिक्षा को एक नया प्रारूप दिया है। उसके नतीजतन विद्यार्थियों की जिंदगी के हर पहलू में एक रचनात्मक आभासी परिवर्तन आया है।

बैच में देश के 26 राज्यों से छात्र-छात्राएं शामिल
विगत 23 जुलाई को ग्रेटर नोएडा के बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (बिमटेक) ने 34वें पीजीडीएम (2021-23) बैच के कमेंसमेंट-डे पर विद्यार्थियों और उनके माता पिता का ज़ूम प्लेटफार्म के ज़रिये स्वागत किया | नए बैच में पीजीडीएम-कोर, पीजीडीएम-इंटरनेशनल बिजनेस, पीजीडीएम- इंश्योरेंस बिजनेस मैनेजमेंट और पीजीडीएम-रिटेल मैनेजमेंट प्रोग्राम शामिल हैं। जिसमें 26 राज्यों के छात्र आए हैं। सांस्कृतिक रूप से विविध यह मिनी-इंडिया पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है। बल्कि इस बैच के जरिए 60:40 के अनुपात में लड़के-लड़की हैं, जो लैंगिक विविधता को बढ़ावा दे रहा है।

जयश्री मोहता ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया
इस समारोह का शुभारंभ शाम छह बजे हुआ। परम्परागत सरस्वती वंदना के बाद बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स की चेयरपर्सन जयश्री मोहता ने स्वागत भाषण दिया। इसके बाद बिमटेक के निदेशक डॉ.हरिवंश चतुर्वेदी नए बैच से रूबरू हुए। डॉ.चतुर्वेदी ने नवागत छात्र-छात्राओं को बिमटेक की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता, मौजूदा गतिविधियों और भविष्य की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

सॉफ्ट स्किल्स सर्वाधिक महत्वपूर्ण : स्क्रूवाला
विशिष्ट अतिथि के तौर पर UpGrad के सह-संस्थापक और अध्यक्ष रोनी स्क्रूवाला भी समारोह में शामिल हुए। UpGrad एक ऑनलाइन एजुकेशन कंपनी है, जो पोस्ट ग्रेजुएशन, हायर स्टडीज और स्पेशलाइजेशन एरियाज पर बल देती है | हाल ही में उन्होंने "Skill It, Kill It" नामक किताब लिखी है। जो सफलता के एक नए नज़रिये को उजागर करती है | बिमटेक ने एआईसीटीई से जुड़े ऑनलाइन पीजीडीएम कोर्स की शुरुआत की है। जिसमें सहभागी के तौर पर UpGrad साझेदार है। कोर्स का लक्ष्य छात्रों को साहित्यिक ज्ञान देने के साथ-साथ विश्लेषणात्मक और तकनीकी कौशल से देना है। रोनी “स्वदेस फाउंडेशन” के संचालक भी हैं। यह संस्था देश के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को लेकर कार्य कर रही है। स्क्रूवाला ने कहा, "हम एक बहुत ही रोमांचक चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जो अवसरों से भरा हुआ है। जिसमें छात्रों के लिए सॉफ्ट स्किल्स महत्वपूर्ण हैं।"

सहानुभूति-संवेदनशीलता जीवन में जरूरी : गुरनानी
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में Tech Mahindra के प्रबंध निदेशक और सीईओ सीपी गुरनानी थे। उन्होंने आज के व्यापार परिदृश्य को देखते हुए नए कौशल के विकास और जीत के सूत्र ‘Unlearning, Learning and Re-learning' पर छात्रों को सम्बोधित किया। उन्होंने बिमटेक के प्रौद्योगिकी-उन्मुख प्रबंधन पाठ्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र और डिजिटल अर्थव्यवस्था की भविष्य की मांगों के अनुकूल है।" आपको बता दें कि सीपी गुरनानी अंतरराष्ट्रीय व्यापार विकास में व्यापक अनुभव रखते हैं। वे एक कुशल बिज़नेस लीडर हैं और उनका दृढ़ विश्वास है कि कोई भी ऐसे संसाधनों के साथ विकास पथ पर नहीं चल सकता, जो बाजार की गतिशीलता के साथ तालमेल नहीं रखते हैं।

उन्होंने सहानुभूति व संवेदनशीलता को प्रोफेशनल और व्यक्तिगत जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के दो महत्वपूर्ण मूलमंत्र बताया। पिछले एक साल में उनकी कई उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक ख़ास पहल रही है। जिसका उद्देश्य टेक महिंद्रा के कर्मचारियों के लिए यह सुनिश्चित करना है कि उनके पास प्रतिस्पर्धी बने रहने और डिजिटल परिवर्तन के युग में जीवित रहने का कौशल और ज्ञान है। गुरनानी ने कहा, "छात्र नए भारत का प्रतिबिंब हैं। अपने पूर्व छात्रों और समुदाय के साथ जुड़ाव छात्रों की बी-स्कूल यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।" 

कॉमन ओरिएंटेशन के साथ पढ़ाई शुरू
करीब डेढ़ घंटा चलने के बाद इस समारोह का समापन हुआ। बिमटेक के उप -निदेशक डॉ.अनुपम वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। बढ़े मनोबल और प्रज्ज्वलित आकांक्षाओं के साथ 24 जुलाई को सुबह 10 बजे कॉमन ओरिएंटेशन शुरू किया गया। कॉमन ओरिएंटेशन का लक्ष्य नए बैच को बिमटेक के विजन, मिशन और मूल्यों से परिचित कराने पर केंद्रित था। छात्रों को उनके समग्र विकास के लिए संकाय विशेषज्ञों ने प्रेरित किया गया। प्रोग्राम वाइज ओरिएंटेशन में छात्रों को कैंपस से कॉर्पोरेट और आजीवन बिमटेकियन के जीवन के बारे में जानकारी भी दी गयी। नए बैच को बिमटेक में रहने और सीखने के बारे में जानकारी दी गई।

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