सवालों के घेरे में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण : जहां पर सड़क हादसे में हुई बच्चे की मौत, वहीं बनना है फुटओवर ब्रिज

Tricity Today | हंगामा करते हुए पीड़ित परिजन



Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के जिस स्थान पर फुटओवर ब्रिज बनना था, वहीं पर एक 9 साल के बच्चे की सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना के बाद बच्चे के परिजनों ने खूब हंगामा किया। इस दौरान लोगों का कहना है कि प्राधिकरण की लापरवाही से एक बच्चे की मौत हुई है। यह आरोप बच्चे के परिजनों ने लगाए हैं। 

लोगों ने कहा- प्राधिकरण ने झूठी वाहवाही लूटी
उनका कहना है कि यहां पर तत्कालीन सीईओ ने फुटओवर ब्रिज बनाने की बात कही थी। इसको लेकर प्राधिकरण ने झूठी शाबाशी कमाने के चक्कर में अखबारों में आर्टिकल भी छपवा दिया था, लेकिन अभी तक फुटओवर ब्रिज का 0.1 प्रतिशत काम भी नहीं हुआ है। ऐसे में प्राधिकरण ने केवल झूठी वाहवाही लूटी है। लोगों का कहना है कि फुटओवर ब्रिज नहीं बनने के कारण एक मासूम बच्चे की मौत हो गई।

बाबा मोहन राम का भंडारा खाकर लौट रहा था बच्चा
बीते शनिवार को ग्रेटर नोएडा के तुगलपुर गांव में स्थित झाडे वाले मंदिर पर बाबा मोहन राम का भंडारा हुआ था। उस भंडारे में तुगलपुर गांव का रहने वाला एक 9 साल का बच्चा यश प्रसाद खाने के लिए गया था। जब वह वापस लौट रहा था तो अज्ञात वाहन ने उसको कुचल दिया। इस घटना में यश की मौत हो गई। जिसके बाद यश के परिजनों ने सड़क पर बैठकर खूब हंगामा किया।

शामली का रहने वाला था यश
यश का ननिहाल तुगलपुर गांव में है। वैसे तो यश शामली का रहने वाला था, उसके पिता का नाम हरेंद्र सिंह है। शनिवार को बाबा मोहन राम के भंडारे में यश प्रसाद खाने के लिए गया था, लेकिन वहां से वापस नहीं लौट पाया। रास्ते में ही अज्ञात वाहन ने उसको कुचल दिया और पूरे परिवार में मातम छा गया।

तत्कालीन सीईओ के कार्यकाल में छपा था आर्टिकल
इस मामले में पीड़ित परिजनों और तुगलपुर गांव के निवासियों का कहना है कि तत्कालीन सीईओ ने उसी स्थान पर फुटओवर ब्रिज बनाने की बात कही थी, जहां पर बच्चे की मौत हुई है। प्राधिकरण ने एक-एक पेज का आर्टिकल अखबारों में भी छपवा दिया था और झूठी वाहवाही लूट ली थी, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया। जिसकी वजह से आज एक मासूम बच्चे की मौत हो गई।

इन स्थानों पर बनना है फुटओवर ब्रिज
आपको बता दें कि जिले में तीन स्थानों पर फुटओवर ब्रिज बनाने को लेकर प्राधिकरण ने आर्टिकल देते हुए जानकारी साझा की थी। जिसमें परीचौक जगत फार्म और कलेक्ट्रेट है, लेकिन अभी तक प्राधिकरण को फुटओवर ब्रिज बनाने वाली कंपनी नहीं मिली है।

अन्य खबरें