बड़ी खबर : जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम शुरू, यूपी सरकार ने दिए 486 करोड़ रुपये

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



Greater Noida : हरियाणा के बल्लभगढ़ में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) और नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Jewar Airport) को जोड़ने के लिए 30 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने हिस्से में निर्माण और जमीन अधिग्रहण के लिए 486 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस 30 किलोमीटर लम्बी सड़क में से केवल 8.5 किलोमीटर यूपी में आती है, जबकि शेष हरियाणा में है। यूपी सरकार ने राज्य में पड़ने वाली सड़क के लिए लगभग 90 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करने, यमुना एक्सप्रेसवे के पास एक इंटरचेंज बनाने और लिंक के निर्माण की लागत का 50% वहन करने के लिए राशि स्वीकृत की है। हरियाणा में पड़ने वाली सड़क का खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। यूपी सरकार और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Noida International Airport) की कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर जोर दे रहे हैं।

यूपी सरकार और एनएचएआई मिलकर करेंगे निर्माण
यूपी सरकार यह पैसा यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को देगा। प्राधिकरण के माध्यम से पैसा भूमि अधिग्रहण के लिए जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा। जिला प्रशासन भूमि अधिग्रहण करके यमुना अथॉरिटी को देगा और फिर यमुना अथॉरिटी इसके वह जमीन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सौंप देगी। राजमार्ग प्राधिकरण इस कनेक्टिंग रोड का निर्माण कर रहा है। अधिकारियों ने कहा कि यूपी सरकार इस सड़क के निर्माण की लागत का 50% हिस्सा वहन करेगी। शेष राशि एनएचएआई खर्च करेगी।

सड़क पर एनएचआई का मालिकाना हक होगा
यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा, "स्वीकृत राशि में से 260 करोड़ रुपये हमारे राज्य में पड़ने वाली 8.5 किमी सड़क के निर्माण पर खर्च होंगे। इसके लिए आवश्यक 66.7 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। सड़क की कुल लंबाई 30 किलोमीटर है। नोएडा हवाईअड्डे को यह कनेक्टिंग रोड बल्लभगढ़ में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ देगी।" हालांकि जमीन यूपी सरकार देगी, लेकिन सड़क पर मालिकाना हक एनएचएआई के पास होगा।

सड़क बनाने पर 150 करोड रुपए लागत आएगी
भूमि अधिग्रहण करने के बाद यह 30 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने के लिए 150 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। मतलब, प्रति किलोमीटर सड़क निर्माण का खर्च 5 करोड़ रुपये आएगा। अधिकारियों ने कहा कि यह रास्ता बनाने में करीब 150 करोड़ रुपये लगेंगे और सहमति के अनुसार एनएचएआई को 75 करोड़ रुपये (50%) का भुगतान किया जाएगा। यह सड़क दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ेगी। कनेक्टिंग रोड और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए एक जंक्शन इंटरचेंज बनाया जाएगा। इसके लिए 76 करोड़ रुपये की लागत से 19 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना होगा।

10 मार्च के बाद भूमि अधिग्रहण शुरू होगा
इसके अलावा नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की चारदीवारी से यमुना एक्सप्रेसवे तक 700 मीटर लम्बी सड़क बन रही है। इस सड़क को दिल्ली-मुंबई एक्स्प्रेसवे की कनेक्टिंग रोड से जोड़ने के लिए अतिरिक्त 4.4 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना होगा। इसके लिए 75 करोड़ रुपये अलग रखे गए हैं। अथॉरिटी के एक अधिकारी ने कहा, "480 करोड़ रुपये की पूरी राशि यूपी के नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा वहन की जा रही है।" अरुण वीर सिंह ने कहा, "कनेक्टिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण के प्रस्ताव और इसके निर्माण की लागत को राज्य मंत्रिमंडल ने 25 दिसंबर 2021 को मंजूरी दी थी। 10 मार्च को चुनाव परिणाम आने के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।"

जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी शानदार होगी
यमुना अथॉरिटी जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को पूरे दिल्ली-एनसीआर से कनेक्ट कर रही है। इसकी कनेक्टिविटी को बेहतर से बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, पॉड टैक्सियों और मेट्रो के अलावा नोएडा हवाईअड्डे के लिए मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी का हिस्सा है। एनएचएआई ने पिछले साल 12 अक्टूबर को जिला प्रशासन से सड़क निर्माण के लिए निजी जमीन के अधिग्रहण पर काम शुरू करने को कहा था। पांच गांवों दयानतपुर, फलौदा बांगर, करौली बांगर और रामपुर बांगर में भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

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