गुरुग्राम में 32 बिल्डरों को नोटिस : प्लास्टर गिरने पर सात दिन का दिया अल्टीमेटम, हादसे के बाद जागे अधिकारी

Tricity Today | Symbolic image



Gurugram News : गुरुग्राम की अलग-अलग सोसाइटियों में लगातार प्लास्टर गिरने की घटनाओं होती रहती है। इसी के चलते नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने कठोर कदम उठाए है। शुक्रवार को डीटीपीई ने 38 सोसाइटियों को लेकर 32 बिल्डर को नोटिस भेजा है। इनमें पारस बिल्डर की दो, रहेजा लिमिटेड की तीन, ओरिस बिल्डर की दो और सीएचडी की दो सोसाइटी शामिल हैं। 

प्लास्टर गिरने पर जिम्मेदारी बिल्डर की
डीटीपीई ने नोटिस में कहा कि मानसून शुरू हो चुका है। ऐसे में रिहायशी सोसाइटी के टावर में जहां-जहां प्लास्टर में दरार नजर आ रही हैं, उसकी सात दिन के अंदर मरम्मत की जाए। इसके अलावा बरसाती और सीवर पानी की निकासी का उचित बंदोबस्त किया जाए। यदि प्लास्टर गिरने की वजह से किसी तरह का हादसा होता है, तो उसकी सारी जिम्मेदारी बिल्डर की रहेगी। 

कई बार हो चुकी हैं घटनाएं
सेक्टर-109 स्थित चिंटल पैराडाइसो हादसे के बाद पिछले दो साल में 70 सोसाइटियों की तरफ से सरंचनात्मक ऑडिट करवाने की शिकायत डीटीपीई कार्यालय में पहुंचीं थी। डीटीपीई कार्यालय ने डेढ़ साल पहले निरीक्षण के बाद पहले चरण में 15 और दूसरे चरण में 23 सोसाइटियों का सरंचनात्मक ऑडिट कराने का फैसला लिया था। अभी ऑडिट की प्रक्रिया चल रही है। इन सभी सोसाइटियों सेदीवारों, बालकनी से प्लास्टर गिरने की शिकायत पहुंचीं थी। ऐसेमेंडीटीपीई ने सभी सोसाइटियों के बिल्डर को सात दिन के अंदर कमियों को दुरुस्त करने के लिए नोटिस दिया है।

इन्हें भेजा गया नोटिस
सेक्टर-107 की सिग्नेचर सोलेरा, सेक्टर-106 की पारस ड्यूज, सेक्टर-83 की वाटिका जी-21, सेक्टर-82 की मैप्सको रॉयल विला, सेक्टर-107 की एम3एम वुडशायर, सेक्टर-70ए की पारस आईरीन, सेक्टर-48 की सेंट्रल पार्क आदि सोसाइटियों को नोटिस दिया गया है।

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