बहराइच की डीएम मोनिका रानी : दंगे में सड़क पर उतरकर संभाला मोर्चा, यमुना प्राधिकरण में रह चुकी ACEO

लखनऊ | 3 दिन पहले | Jyoti Karki

Tricity Today | DM Monika Rani



Greater Noida News : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (डीएम) मोनिका रानी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में जिले में भड़की हिंसा के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वह खुद एसपी वृंदा शुक्ला के साथ सड़कों पर उतरीं। यह घटना मोनिका रानी के दृढ़ संकल्प और कर्तव्यनिष्ठा का एक और उदाहरण है। डीएम मोनिका रानी ने ट्राईसिटी टुडे को बताया कि बहराइच स्थिति पहले से बेहतर है। 

कौन है आईएएस मोनिका रानी 
2011 बैच की आईएएस अधिकारी मोनिका रानी ने 2010 में यूपीएससी परीक्षा में 70वीं रैंक हासिल करके अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। लेकिन उनका सफर आसान नहीं था। गुरुग्राम, हरियाणा की रहने वाली मोनिका का जन्म 1982 में हुआ। उन्होंने बी.कॉम और अर्थशास्त्र में एम.ए. की डिग्री हासिल की। शादी के बाद वह दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका बन गईं।

'ऑपरेशन भेड़िया' भी चलाया 
मोनिका की कहानी में सबसे प्रेरणादायक पहलू यह है कि उन्होंने मां बनने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की। जब उनका बेटा मात्र आठ महीने का था, तब उन्होंने अपने सपने को साकार करने का निर्णय लिया। उन्होंने घर के कामों, बच्चे की देखभाल और नौकरी के बीच संतुलन बनाते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी। सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई, फिर स्कूल में पढ़ाना और रात को फिर से कुछ घंटे अध्ययन - यह उनका दैनिक क्रम था। मोनिका रानी के प्रशासनिक कौशल का एक उत्कृष्ट उदाहरण 'ऑपरेशन भेड़िया' है, जो उन्होंने बहराइच में भेड़ियों के खतरे से निपटने के लिए चलाया था। 

महिला सशक्तिकरण का उदाहरण
मोनिका रानी की कहानी महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। उन्होंने साबित किया है कि चाहे परिस्थितियां  कितनी भी प्रतिकूल हों, इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत से हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। आज वे न केवल एक सफल प्रशासक हैं, बल्कि कई युवा महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी हैं। बहराइच में वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मोनिका रानी के नेतृत्व और प्रबंधन कौशल पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

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