Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
लॉकडाउन के बीच सोमवार को ग्रेटर नोएडा में 5 शादियां हुई हैं। बेहद सादगी और सोशल डिस्टेंशिंग के साथ हुई इन शादियों ने दहेज नहीं लेने-देने की मिसाल भी पेश की हैं। दो सगी बहनों की शादी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गांव जलपुरा में हुई हैं। जबकि, तीन बहनों की शादियां श्योराज पुर गांव में हुई हैं। ये शादियां क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
जलपुरा गांव में हुई शादी ने मिसाल पेश की है। न ढोल, न बरात और सोमवार शाम दो दुल्हनें पिया के साथ गईं। एक दुल्हन खेड़ा चौगानपुर और दूसरी ऐमनाबाद गांव के लिए विदा हुई। केवल 101 रुपये से दुल्हन के पिता ने कन्यादान किया। शादी के दौरान शारीरिक दूरी का खास ध्यान रखा गया और दोनों पक्ष की तरफ से महज पांच-पांच लोग ही शादी में शामिल हुए।
जलपुरा गांव के रहने वाले चौधरी ज्ञानी तंवर की दो बेटियां शीतल और शिवानी हैं। सोमवार को दोनों का विवाह हुआ। शीतल खेड़ा चौगानपुर गांव के रहने वाले नितेश से और शिवानी ऐमनाबाद गांव के रहने वाले सौरव भाटी के साथ शादी के बंधन में बंधी हैं। पिता ज्ञानी ने 101 रुपये से कन्यादान किया।
खेड़ा चौगानपुर गांव के रहने वाले नितेश के चाचा रणजीत ने बताया कि लॉकडाउन से पहले शादी की तिथि तय हो गई थी। मैरिज हॉल भी बुक कर दिया गया था। इसी बीच लॉकडाउन लागू हो गया। ऐसे में शादी को स्थगित करना उचित नहीं समझा और बिना किसी दिखावे के शादी कर दी गई।
बस पांच जोड़े कपड़ों के साथ विदा हुई दुल्हनें
दुल्हनों के पिता ज्ञानी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोग शादी टालने की सलाह दे रहे थे। वर पक्ष ने किसी भी तरह के दिखावे से इन्कार कर दिया और कहा कि दुल्हनें पांच-पांच जोड़ी कपड़े के साथ विदा कर दी जाएं। वहीं, ऐमनाबाद पक्ष के वीरे ने बताया कि हर किसी की इच्छा है कि शादी में दिखावा खत्म किया जाए लेकिन कोई खुद से शुरुआत नहीं करना चाहता है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान हुई यह शादी समाज के लोगों के बीच मिसाल बनी है।
श्योराजपुर गांव में भी हुईं तीन शादियां
दूसरी ओर श्योराजपुर गांव में भी रविवार की रात तीन सगी बहनों की शादी हुई। स्वर्गीय विजय पाल की तीन बेटियों की शादी हुई। एक बरात गाजियाबाद के कनावनी गांव से दो सगे भाई लेकर आए। दूसरी बारात रूठाली खुर्द गांव से आई। बिना दान दहेज की हुई शादी में सारे पक्षों से केवल चार-चार लोग शामिल हुए।