शाहबेरी मामले में शाहबुद्दीन पर लगी NSA, इन पर भी लगेगी

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GREATER NOIDA WEST : शाहबेरी मामले में जिला प्रशासन ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की है। अवैध फ्लैट बनाकर बेचने और लोगों की जान को खतरे में डालने वाले शाहबेरी के मास्टरमाइंड बिल्डर माफिया शाहबुद्दीन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई की गई है। जिलाधिकारी बीएन सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने नोएडा में संयुक्त प्रेस वार्ता करके यह जानकारी दी।

डीएम बीएन सिंह ने कहा, शाहबेरी के माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा। सहाबुद्दीन पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है। उस पर पहले गैंगस्टर लगाया जा चुका है। अभी और लोगों पर भी एनएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है। आम आदमी को ठगने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। शाहबुद्दीन पर गैंगस्टर लगाया गया था। उसके बाद उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। शाहबुद्दीन के खिलाफ एसएसपी ने 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था।

एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया, शाहबेरी गांव में अवैध फ्लैट बेचने वाले शाहबुद्दीन को बिसरख पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 17 जुलाई 2018 की रात शाहबेरी में हुए हादसे का यह मुख्य आरोपी था। शाहबुद्दीन पर गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने गैंगस्टर लगा रखा था और 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया कि शाहबुद्दीन ने शाहबेरी में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण किए हैं। उसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पिछले साल 17 जुलाई की रात दो इमारत गिर गई थी। जिसमें दबने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। उस मामले में शाहबुद्दीन के खिलाफ बिसरख कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस उसे तलाश कर रही थी। शाहबुद्दीन पर गैंगस्टर एक्ट लगा है। शाहबुद्दीन मूल रूप से मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बैठक की थी। जिसमें शाहबेरी मामला पूरी तरह छाया रहा था। सीएम ने आदेश दिया कि शाहबेरी के लिए जिम्मेदार बिल्डरों और प्राधिकरण अधिकारियों पर कार्रवाई करें। किसी से रिश्तेदारी नहीं निभाएं। बिल्डरों को एनएसए के तहत जेल भेजें। प्राधिकरण के अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

डीएम और एसएसपी ने बताया कि इस मामले में अभी और लोगों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। शाहबेरी से जुड़े मामलों की जांच करने के लिए स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम बनाई गई है। जिसमें इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को इंचार्ज बनाया गया है। एसआईटी इन सारे मामलों की जांच कर रही है। फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम बनाई गई हैं।
 

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