Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
ग्रेटर नोएडा की आइकॉन सोसाइटी के समीप सोमवार की सुबह एक युवक की लाश पड़ी मिली। किसी ने कॉल करके पुलिस को इत्तला दी। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और तफ्तीश शुरू कर दी। इसी दौरान पुलिस को एक ऐसा सुराग मिला, जिसने इस पूरी वारदात कर राज खोल दिया। पुलिस ने युवक की मौत के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। महज दो घंटों में पुलिस ने इस मिस्ट्री को सुलझा लिया।
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को सोमवार की सुबह आइकॉन सोसाइटी के समीप एक व्यक्ति का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने सबसे पहले घटनास्थल की बारीकी से पड़ताल की। उसके बाद शव की शिनाख्त करवाने की कोशिश शुरू हुई। पता चला की मरने वाला संजीव ज़ेवर क्षेत्र के लोदोना गांव का रहने वाला था। संजीव सेक्टर पाई-3 में रहता था और सब्ज़ी बेचने का काम करता था।
पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कि तो पता चला कि ऑटो की टक्कर से सब्जी विक्रेता संजीव की मौत हुई है। दरअसल, पुलिस को घटना स्थल पर एक शीशा पड़ा मिला था। जो संजीव की गर्दन में घुसा हुआ था। शीशे पर ऑटो का नम्बर पास चिपका हुआ था। जिसके आधार पर पुलिस ने एआरटीओ से ऑटो मालिक का पता लगाया और ऑटो चालक तक पहुंच गई। पुलिस ने महज दो घण्टों में आरोपी चालक मोहित को गिरफ़्तार कर लिया। उससे पूछताछ की गई।
मोहित ने बताया कि वह रविवार की रात एक विदेशी युवती को सिग्मा सेक्टर से आइकॉन सोसायटी छोड़ने के लिए गया था। वहां से वापस लौटते समय ऑटो की रफ्तार तेज थी। इसी दौरान संजीव अचानक उसके ऑटो के सामने आ गया और ऑटो का शीशा टूटकर गर्दन में घुस गया। हादसे के बाद वह मौके से भाग गया और खून बहने की वजह से संजीव की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर आरोपी चालक के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया है।