Noida/Greater Noida: योगी ने 8000 अफसरों और कर्मचारियों की फौज लगाई, 5 आईएएस और 7 आईपीएस सम्भाल रहे कमान

नोएडा | 5 साल पहले | Rakesh Tyagi

Tricity Today | नोएडा में लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए दिल्ली की सीमा पर लगाए गए पैरामिलिट्री फोर्स के जवान



नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फैली महामारी से निपटने के लिए सरकार ने अधिकारियों और कर्मचारियों की भारी-भरकम फौज मैदान में उतार दी है। जिले में 22 हॉटस्पॉट को बुधवार की रात 12 बजे सील कर दिया गया। अब इन इलाकों से कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए 13 अप्रैल तक यह 6000 अफसर और कर्मचारी दिन-रात काम करेंगे। यह खतरा कितना बड़ा है, इस बात का अंदाजा इससे लगाते हैं कि दोनों शहरों में इस अभियान को संभालने के लिए 5 आईएएस और 7 आईपीएस अधिकारियों को कमान सौंपी गई है।

गौतम बुद्ध नगर में कोरोनावायरस के खिलाफ चल रहे अभियान की कमान ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण को सौंपी गई है। नरेंद्र भूषण उत्तर प्रदेश सरकार में प्रमुख सचिव स्तर के आईएएस अधिकारी हैं। यूपी स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव रजनीश दुबे लगातार जिले और सरकार के बीच समन्वय बनाए हुए हैं। नोएडा विकास प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी, यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह और गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।

गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एपी चतुर्वेदी संयुक्त महानिदेशक स्तर के अधिकारी हैं। जिले के मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह पूरे विभाग के साथ काम कर रहे हैं। दूसरी ओर पूरा पुलिस महकमा कानून-व्यवस्था को बनाए रखने और जरूरतमंद लोगों तक सहायता पहुंचाने में जुटा हुआ है।

गौतम बुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह, एडिशनल पुलिस कमिश्नर श्रीपर्णा गांगुली और अखिलेश कुमार मीणा, 4 पुलिस उपायुक्त, 3 अपर पुलिस उपायुक्त, 6 सहायक पुलिस आयुक्त, 100 से ज्यादा इंस्पेक्टर, 250 सब इंस्पेक्टर और करीब 1000 महिला और पुरुष कॉन्स्टेबल दिन-रात रात काम कर रहे हैं।

पंचायत राज विभाग, विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, सिंचाई विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, रूरल इंजीनियरिंग सर्विस, स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर-कर्मचारी, तीनों विकास प्राधिकरणों के अधिकारी और कर्मचारी इस अभियान में जुटे हैं। कुल मिलाकर करीब 6000 कर्मचारी और अधिकारी कोरोनावायरस से जंग लड़ रहे हैं।

कलेक्टर सुहास एलवाई के अलावा तीन एडीशनल डिस्टिक मजिस्ट्रेट, 5 डिप्टी कलेक्टर, 5 तहसीलदार, 10 नायब तहसीलदार और राजस्व विभाग के करीब 1000 कर्मचारी-अधिकारी इस अभियान में जुटे हुए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स और उत्तर प्रदेश पीएसी के करीब 1500 जवान भी जिले में काम कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान नोएडा के सुपर स्पेशलिटी चाइल्ड हॉस्पिटल शारदा यूनिवर्सिटी नोएडा इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज और अन्य प्राइवेट अस्पतालों होटलों स्कूलों के स्टाफ को अगर जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 8000 के पार पहुंच जाती है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोनावायरस से संक्रमण के मामले गौतम बुद्ध नगर जिले में आए हैं। बुधवार की शाम तक गौतम बुद्ध नगर में 60 मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करवाया जा चुका है। करीब एक हजार लोग क्वारंटाइन में हैं। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश सरकार गौतम बुद्ध नगर जिले पर खास नजर लगा कर बैठी हुई है। स्वास्थ्य महानिदेशक, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और मुख्यमंत्री के सेक्रेटरी दिन में कई-कई बार बीमारों की स्थिति, बचाव और राहत कार्यों की रिपोर्ट ले रहे हैं।

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