Tricity Today | यूपी में स्वच्छता सर्वेक्षण में पहला स्थान मिला
स्वच्छ भारत अभियान के तहत किए जाने वाले वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में नोएडा को पहला स्थान मिला है। दूसरी ओर पड़ोसी शहर गाजियाबाद पिछड़ गया है। गाजियाबाद को 19वां स्थान मिला है। जबकि, पिछली बार 12वां स्थान मिला था। दूसरी ओर देशभर के शहरों में नोएडा को 25वीं रैंक दी गई है। गुरुवार की दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के स्वच्छता सर्वेक्षण का परिणाम जारी किया है।
स्वच्छ सर्वेक्षण में 10 लाख की आबादी वाले शहरों में नोएडा को 25वां स्थान मिला है। यूपी में शहर को पहला स्थान मिला है। स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर ने पिछले 2 वर्षों के दौरान लंबी छलांग लगाई है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2018 में नोएडा की रैंक 324 थी। जिसमें पिछले साल 2019 में थोड़ा सुधार दर्ज किया गया और शहर की रैंक 150 हो गई थी। इस साल उत्तर प्रदेश में नोएडा की रैंक सुधरकर देश में 25 हो गई है। जबकि, उत्तर प्रदेश में पहला स्थान है।
स्वच्छता सर्वेक्षण प्रत्येक वर्ष 6000 अंकों के लिए किया जाता है। नोएडा को 4403.22 अंक मिले हैं। इस बार शहर के 1,40,210 लोगों ने इस सर्वेक्षण में हिस्सा लिया था। इस साल कूड़ा निस्तारण के लिए भी शहर को 3 स्टार रेटिंग दी गई थी। ओपन डिफेकेशन फ्री रैंक में शहर को डबल प्लस रैंक मिली है। इन सब मानकों के आधार पर नोएडा की स्वच्छता रैंकिंग सुधरकर यहां तक पहुंच गई है।
गाजियाबाद शहर पिछड़ा गया है
दूसरी ओर गाजियाबाद इस साल स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ गया है। इस साल शहर को 19वां स्थान दिया गया है। जबकि, पिछले साल शहर 12वें पायदान पर था। छोटे शहरों के मामले में मुरादनगर नगर पालिका को एक बार फिर बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। नॉर्थ जोन में मुरादनगर को अव्वल आंका गया है। बड़ी बात यह है कि मुरादनगर नगर पालिका पिछले साल भी नॉर्थ जोन में पहले नंबर पर रही थी।