परी चौक जाम मुक्त होगा, ग्रेटर नोएडा का बिगड़ा ट्रैफिक सिस्टम सुधरेगा, पुलिस और परिवहन विभाग ने तैयार किया बड़ा प्लान

Tricity Today | परी चौक



ग्रेटर नोएडा शहर के सबसे व्यस्ततम और मुख्य चौराहे परी चौक को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस और परिवहन विभाग ने एक नई योजना तैयार की है। परी चौक को ग्रेटर नोएडा शहर की शान समझा जाता है, लेकिन यमुना एक्सप्रेस वे और पेरिफेरल एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद से यहां लंबा ट्रैफिक जाम लगने लगा है। जिससे न केवल शहर के लोगों को परेशानी हो रही है, बल्कि परी चौक की खूबसूरती भी बर्बाद हो रही है।

परी चौक को जाम मुक्त करने के लिए लेकर गुरुवार को नॉलेज पार्क में स्थित पुलिस उपायुक्‍त कार्यालय में अपर पुलिस उपायुक्त ग्रेटर नोएडा, यूपी रोडवेज के एआरएम और एआरटीओ के साथ बैठक हुई है। जिसमें यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए प्रयोग के तौर पर कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर निर्णय लिया गया।

इन बिंदुओं पर अफसरों के बीच बनी सहमति
ग्रेटर नोएडा से चलकर अलीगढ़, मथुरा, आगरा की तरफ जाने वाली बसें परी चौक से होकर पी-3 गोल चक्‍कर से पहले बने बस स्‍टैंड पर रुकेंगी और वहीं से संबंधित जिलों की सवारियां लेकर पी-3 गोल चक्‍कर से यथार्थ हॉस्पिटल के सामने वाली रोड से होते हुए जीरो पॉइंट पहुंचेंगी। 

सभी गाड़ियां परी चौक पर सवारियां न तो उतारेंगी और ना ही बैठाएंगी
ग्रेटर नोएडा से नोएडा की ओर जाने वाली सिटी बसें पी-3 गोल चक्कर और परी चौक के मध्य स्थित बस स्टॉप पर ही रुकेंगी। वहां से सवारी बैठाकर परी चौक होते हुए नोएडा को निकल जाएंगी। 

उपरोक्त सभी बसें परी चौक से जीरो पॉइंट के मध्‍य नहीं रुकेंगी
जो सिटी बसें नोएडा से परी चौक की तरफ आएंगी, उन बसों का स्टॉपेज परी चौक नहीं होगा, बल्कि एल्‍फा गोल चक्कर के आगे स्थित बस स्टॉप होगा। वहीं पर ये सभी बसें सवारियों को उतरेंगी और बैठाएंगी। और उससे आगे टी पॉइंट से यूटर्न लेकर पी-3 गोल चक्कर व परीचौक के बीच बने बस स्‍टैंड पर सवारियां उतारेंगी एवं भरेंगी। 

नोएडा के रजिस्ट्रेशन वाले ऑटो को ही परमिशन दी जाएगी
ग्रेटर नोएडा में दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर के रजिस्‍ट्रेशन वाले ऑटो रिक्शा पूर्णतया प्रतिबंधित रहेंगे। बाहरी ऑटो शहर में मिलने पर उनके विरुद्ध सीज की कार्यवाही की जाएगी। परी चौक से नोएडा की तरफ केवल वही ऑटो आ-जा सकेंगे, जिन पर एनसीआर का परमिट होगा। सूरजपुर, कासना, दादरी को सेंटर मानते हुए जिन ऑटो रिक्‍शा को एआरटीओ ने परमिट दिया गया है, वे अपने केंद्र बिंदु से 16 किलोमीटर दूरी तक ही जा सकेंगे। इसके अन्‍यत्र पाए जाने पर या आवागमन करने पर उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। 

शहर में चलने वाले हर ऑटो को स्पेशल कोड मिलेगा
सूरजपुर, कासना और दादरी से चलने वाले ऑटो पर कोड नम्बर लिखा जाएगा। जिससे कोई घटना घटित होने पर जनता को गाड़ी नंबर याद रहे। जिससे उसकी पहचान कर उनके विरुद्ध आवश्‍यक कार्यवाही की जा सके। जिम्मेदार फोटो चालक और उसके मालिक को पकड़ा जा सके। पुलिस फोटो पर नकेल कसने की योजना बना रही है। दरअसल, शहर में हो रही आपराधिक घटनाओं में ऑटो चालक शामिल मिल रहे हैं। मंगलवार की रात भी ऑटो चालकों ने एक महिला का अपहरण करने की कोशिश की थी। पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई और तीन बदमाशों को गोली लगी थी।

यूरो और बीएस स्टैंडर्ड का वाहनों में खास ख्याल रखा जाएगा
यूरो-1 से यूरो-6 तक की गाड़ियां नियमानुसार रोड पर नहीं चल सकती हैं। ऐसे वाहन पुरानी हो चुके हैं। प्रदूषण फैलाते हैं। उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। यह व्यवस्था लागू कराने के लिए एआरटीओ और पुलिस की टीम संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगी। यदि व्यवस्था में सफलता प्राप्त होती है तो स्थाई रूप से लागू किया जाएगा।

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