Tricity Today | द्वितीय जगगन्नाथ मूट कोर्ट के फाइनल मे राजीव गाँधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पटियाला विजेता
ग्रेटर नोएडा के जगन्नाथ यूनिवर्सिटी में द्वितीय जगन्नाथ मेमोरियल राष्ट्रीय मूट कोर्ट कम्पीटिशन 2020 के फाइनल का आयोजन किया गया। तीन दिन तक चले इस कम्पीटिशन में पूरे भारत से कुल 20 टीमों ने भाग लिया था।
कुल 20 टीमों में से 4 टीम ने सेमीफाइनल में पहुंची। सेमीफाइनल में गीतारत्न इंस्टीट्यूट, साउथ बिहार यूनिवर्सिटी, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु व राजीव गांधी नेशनल लॉ स्कूल, पटियाला स्थान पाने में कामयाब रहीं।
कार्यक्रम में विभिन्न यूनिवर्सिटी के कई असिस्टेंट प्रोफेसर व प्रोफेसर सर्वोच्च व उच्च न्यायलयों के वरिष्ठ अधिवक्ताओं को जज के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस दौरान सभी जजों ने टीमों के सदस्यों से मूट प्रॉब्लम से संबंधित कई सवाल किए और प्रतिभागियों ने उन सवालों का सफलतापूर्वक जवाब दिया। विभिन्न कसौटियों पर प्रतिभागियों की अधिवक्ता कला का परीक्षण किया गया और फाइनल में प्रोफेसर डॉक्टर एस के सिंह व सर्वोच्च न्यायलय के पूर्व न्यायाधीश स्वतंत्र कुमार ने विजेता टीम के रूप में राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटियाला का नाम घोषित किया।
पूर्व न्यायमूर्ति स्वतन्त्र कुमार ने बताया कि व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए मूट कोर्ट ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प है । इस अवसर पर विभागध्यक्षीका डॉक्टर प्रोफेसर पल्लवी गुप्ता ने सभी विद्यार्थियों से आधुनिक विधि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
पारितोषिक वितरण समारोह के मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायलय के पूर्व न्यायाधीश स्वतन्त्र कुमार थे। उन्होंने ने सभी प्रतिभागियों को इस प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लिए बधाई दी। उन्होंने विजेता और उपविजेता टीमों तथा अन्य विजेताओं को भी बधाई दी अपने संबोधन में न्यायमूर्ति कुमार ने विनय,मानवता और कठिन मेहनत को सफलता की कुंजी बताया। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर एस के सिंह उपस्थित थे। उन्होंने प्रतिभागियों व विजेता टीमको को प्रमाण पत्र व ट्राफी देकर सम्मानित किया।
सेमीफाइनल मुकाबले में पूर्व न्यायमूर्ति इलाहाबाद उच्च न्यायालय जकीउल्लाह, न्यायमूर्ति वी वी गुप्ता,वरिष्ठ अधिवक्ता रंजन रॉय, राजीव सक्सेना मे जज की भूमिका में रहे।