Tricity Today | Noida International University
कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करने के लिए प्रबंधन ने नोएडा इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को जिला प्रशासन को सौंप दिया था। लेकिन अब वहां पर मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ ही नहीं है। इसके चलते आइसोलेशन और क्वारंटाइन वार्ड नहीं शुरू हो पा रहे हैं। अब डीएम ने संस्थान को नोटिस दिया है। प्रबंधन से कहा है कि यदि सारा स्टाफ सोमवार सुबह तक नहीं आया तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
नोएडा इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के चेयरमैन डॉ. देवेश कुमार सिंह ने 25 मार्च को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के संबंध में अपने संस्थान को जिला प्रशासन को दिया था। जिला प्रशासन को क्वारंटाइन व आइसोलेशन वार्ड तैयार करने हैं। डीएम सुहास एलवाई की ओर से रविवार को संस्थान के चेयरमैन के नाम जारी नोटिस में कहा गया है कि इस इमारत में इस समय कोई मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ नहीं है। कुछ ही लोग ही यहां मौजूद हैं।
डीएम ने कहा है कि चेयरमैन अपने सभी मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ को निर्देश दें कि वे सोमवार सुबह तक संस्थान में उपस्थित हो जाएं। ऐसा न करने पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
अधिग्रहण होने वाले प्रतिष्ठान के संचालन खर्च संचालक उठाएगा
डीएम ने एक अन्य आदेश में कहा है कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए जब भी किसी निजी इमारत, अस्पताल या होटल आदि का प्रशासन अधिग्रहण करेगा तो उनका संचालन संबंधित के मालिक व मैनेजमेंट ही करेगा। ऐसी संस्थानों में इलाज के दौरान सीएमओ जिम्मेदार होंगे। सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए एडीएम फाइनेंस उत्तरादायी होंगे।