Kanpur Encounter: एसटीएफ ने संभाला मोर्चा, हिस्ट्रीशीटर की तलाश में सर्च अभियान, जानिए कैसे हुआ था हमला

ANI | एसटीएफ ने संभाला मोर्चा



कानपुर में पुलिस टीम के हमले के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीम ने मोर्चा संभाला है। कानपुर के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। एसटीएफ और पुलिस की टीमें दबिश दे रही है। पुलिस की टीमें बॉर्डर पर वाहनों की जांच कर रही है। एसटीएफ की टीम ने हिस्ट्रीशीटर की तलाश में कई जगह दबिश दी है। 

हालांकि अभी तक हिस्ट्रीशीटर और उसके साथियों का पता नहीं चल सका है। पुलिस की टीमें भी हिस्ट्रीशीटर की तलाश में जुटी हुई है। कानपुर के सभी बॉर्डर सील कर वाहनों की सघन तलाशी की जा रही है। जिस गांव में घटना हुई है। उस गांव को भी पूरी तरह सील कर दिया गया है। पूरे गांव में फोर्स तैनात की गई है। घर-घर की तलाशी ली जा रही है। पुलिस और बदमाशों के बीच हुई घटना को लेकर पूरे गांव में भय व्याप्त है। 

हिस्ट्रीशीटर ने प्लानिंग के साथ किया हमला
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को भनक थी कि पुलिस की टीम उसे पकड़ने पहुंच सकती है। जिसके चलते उसके साथियों ने पहले ही गांव के रास्ते को सील कर रखा था। गांव के रास्ते पर बीचो-बीच जेसीबी मशीन लगा रखी थी। जब पुलिस गांव में घुसी रास्ते में जेसीबी मशीन देखकर अपनी गाड़ी वहीं छोड़नी पड़ी और पुलिसकर्मी पैदल चल दिए। जैसे हिस्ट्रीशीटर के गुर्गो को पुलिस के गांव में घुसने की सूचना चली तो उन लोगों ने छत छत से गोलियां बरसानी शुरू कर दी। पुलिस के जवान नीचे थे जिसके चलते पर बदमाशों पर काबू नहीं कर पाए। बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। 

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घायल हुए पुलिसकर्मियों में बिठूर थाना अध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल अजय सिंह सेंगर, सिपाही अजय कश्यप, शिवमूरत निषाद थाना चौबेपुर, होमगार्ड जयराम पटेल, एसआई सुधाकर पांडे, एसआई विकास बाबू घायल हुए हैं जिन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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