Tricity Today | ब्राह्मण महासंघ के लोग प्रदर्शन करते हुए
सोमवार को गौतमबुद्ध नगर जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करने वाले ब्राह्मण महासंघ के 6 युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार की दोपहर जिला न्यायालय के सामने पेश किया। अदालत ने सभी युवकों को जमानत पर रिहा कर दिया है। इस दौरान न्यायालय परिसर में जिलेभर के सैकड़ों भ्रमण जमा रहे। दूसरी ओर पुलिस अलर्ट पर है। गौतमबुद्ध नगर कलेक्ट्रेट में पीएसी, फायर ब्रिगेड और बड़ी संख्या में फोर्स तैनात किया गया है।
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही हत्याओं का विरोध करने के लिए ब्राह्मण संगठनों ने सोमवार की दोपहर गौतमबुद्ध नगर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था। ब्राह्मण समाज के लोग जिला अधिकारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे। इस दौरान सूरजपुर के एसएचओ ने फोर्स ले जाकर इन लोगों को रोका। जिस पर दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई। ब्राह्मण संगठनों ने अपर जिलाधिकारी दिवाकर सिंह को ज्ञापन सौंपा और अपने घर वापस लौट गए। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी करके 6 युवकों को गिरफ्तार किया था।
ब्राह्मण संगठनों का आरोप है कि पुलिस ने गिरफ्तार किए गए युवकों को जानबूझकर सोमवार की शाम बंद होने के बाद कोर्ट लेकर गई। जिसकी वजह से उन्हें जमानत नहीं मिल पाई। युवकों ने पूरी रात सूरजपुर थाने में बिताई। इसके बाद मंगलवार की दोपहर गिरफ्तार किए गए सभी छह युवकों को जिला न्यायालय में पेश किया गया। जिला न्यायालय ने युवकों को जमानत पर रिहा कर दिया है। इस दौरान मंगलवार को दिनभर जिले के सैकड़ों लोग न्यायालय परिसर में मौजूद रहे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी और कई दूसरे राजनीतिक दलों के पदाधिकारी भी इन लोगों से मुलाकात करने के लिए न्यायालय में मौजूद रहे।
पुलिस ने रातभर प्रदर्शनकारियों के घर छापेमारी की
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सोमवार की पूरी रात कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने वाले ब्राह्मण युवकों के घरों पर छापेमारी की। ब्राह्मण संगठनों का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने कई परिवारों के साथ अभद्रता भी की है। रात में घरों में जाकर पुलिस ने गाली-गलौज किया। महिलाओं को भी गालियां दी हैं। जिसके कारण गौतमबुद्ध नगर के ब्राह्मण समाज में रोष व्याप्त है। सोशल मीडिया पर पुलिस की अभद्रता का वीडियो भी शेयर किया जा रहा है।
कलेक्ट्रेट में हाई अलर्ट पर रही पुलिस
ब्राह्मण समाज के युवकों की गिरफ्तारी के बाद लोगों में रोष व्याप्त है। इसके मद्देनजर पुलिस भी अलर्ट पर है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने ग्रेटर नोएडा में कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया है। कलेक्ट्रेट में पीएसी और फायर ब्रिगेड को तैनात किया गया है। सूरजपुर थाने की पुलिस दिनभर कलेक्ट्रेट में जमी रही। दरअसल, पुलिस को आशंका है कि ब्राह्मण समाज की ओर से प्रतिक्रिया स्वरूप प्रदर्शन किया जा सकता है।
जिला न्यायालय ने गिरफ्तार युवकों को जमानत पर रिहा किया
सूरजपुर थाना पुलिस ने सचिन भारद्वाज बरौला, प्रिंस शर्मा लखनावली, चमन शर्मा, सुभाष शर्मा, प्रवीण शर्मा और हरीश शर्मा लखनावली को गिरफ्तार किया था। इन सभी युवकों को मंगलवार की दोपहर गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने युवकों की जमानत अर्जी का विरोध किया। पुलिस ने युवकों के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में भी मुकदमा दर्ज किया है। दूसरी ओर युवकों की तरफ से एक दर्जन वकील अदालत में पेश हुए। वकीलों ने अदालत को बताया कि युवकों ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार के तहत प्रदर्शन किया है। देश में किसी भी गलत नीति और काम का विरोध करने का उन्हें पूरा अधिकार है। पुलिस ने गलत तरीके से युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में दर्ज की गई धाराएं भी सुसंगत नहीं हैं। मंगलवार की शाम 4:00 बजे जिला न्यायालय ने युवकों की जमानत अर्जी स्वीकार कर ली और रिहा करने का आदेश पुलिस को दिया है।
कानूनी खर्च उठाएंगे: पूर्व विधायक
ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सपा व कांग्रेस भी मैदान में उतर आई हैं। सुल्तानपुर जिले के लम्भुआ के पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय भी ग्रेटर नोएडा पहुंचे। उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने कानूनी खर्च के लिए 50 हजार रुपये का सहयोग दिया। कहा कि वह इसका सारा खर्च उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का यह तानाशाही रवैया है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।