नोएडा की यह यूनिवर्सिटी कोरोना से लड़ रहे योद्धाओं के बच्चों को स्कॉलरशिप देगी

Google Image | Noida International University



विश्वव्यापी कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ रहे योद्धाओं के बच्चों को नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी स्कॉलरशिप देगी। विश्वविद्यालय की ओर से कोरोना योद्धाओं को सम्मान देने के लिए यह घोषणा की गई है। नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे पुलिस कर्मी, डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, बैंकर और अन्य दूसरे पेशेवरों के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा की है। विश्वविद्यालय का कहना है कि इन लोगों के बच्चे अगर उनके यहां दाखिला लेते हैं तो सामान्य फीस में 20% की कटौती की जाएगी।

उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक और नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. विक्रम सिंह ने कहा, "पूरा देश कोरोना योद्धाओं की सेवाओं के लिए आभारी है। हम इनके लिए और ज्यादा कुछ नहीं कर सकते पर कम से कम यह जरूर कर सकते हैं कि इनके बच्चों को पढ़ाने में थोड़ी मदद कर दें। हमने सभी पाठ्यक्रमों के लिए उनके बच्चों को 20% छात्रवृति देने का निर्णय लिया है। इस छात्रवृत्ति में ट्यूशन फीस, बोर्डिंग फीस और अन्य तमाम दूसरे शुल्क शामिल हैं। यह सुविधा पुलिस, पैरामेडिकल स्टाफ, रेलवे कर्मचारी, डॉक्टर या इस महामारी से किसी भी तरह लड़ने में योगदान देने वाले व्यक्ति के बच्चों को दी जाएगी।"

डॉ. विक्रम सिंह ने कहा कि यह छात्रवृति इस शिक्षण सत्र से शुरू कर दी जाएगी और जब तक बच्चा पढ़ेगा तब तक जारी रहेगी। इसके लिए केवल एक ही शर्त है कि बच्चे को प्रत्येक सेमेस्टर और वर्ष में 60% अंक हासिल करने होंगे। प्रथम वर्ष में 60% अंक आने के बाद दूसरे वर्ष के लिए यह छात्रवृत्ति आगे बढ़ा दी जाएगी। मतलब, यदि छात्र 60% अंक प्राप्त करता रहता है तो यह छात्रवृत्ति आगे बढ़ती रहेगी। डॉ. विक्रम सिंह ने कहा कि इसके अलावा और कई तरह की स्कॉलरशिप नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी दे रही है।

आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी एक निजी विश्वविद्यालय है। यह विश्वविद्यालय करीब 150 पाठ्यक्रमों में अध्यापन कर रहा है। इस वक्त नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में 29 देशों के 4000 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। विश्वविद्यालय ने दिल्ली एनसीआर में अच्छी पहचान कायम की है।

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