Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
कासना स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान जिम्स में जहां एक तरफ संक्रमितों का इलाज हो रहा है। वहीं, संक्रमित व संदिग्ध गर्भवती महिलाओं का सफलतापूर्वक प्रसव भी कराया जा रहा है। यहां कई महिलाओं के प्रसव कराए गए हैं, उनमें से कई की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर छुट्टी भी दी जा चुकी है। वहीं, आठ और नौ मई को तीन कोरोना संदिग्ध महिलाओं का प्रसव हुआ। इनमें से दो नोएडा और एक महिला गाजियाबाद के खोड़ा की रहने वाली है। अभी जच्चा और बच्चा अस्पताल में ही क्वारंटाइन हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिम्स के स्त्री प्रसूति रोग विभाग की अध्यक्ष व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर शिखा सेठ व डॉक्टर मोनिका की टीम प्रसव करा रही हैं। प्रसव के समय डॉक्टर संक्रमित न हों, इसलिए उन्हें पीपीई किट पहननी पड़ती है। खासकर सिजेरियन प्रसव में दिक्कत होती है। चेहरे पर फेस शील्ड होने से साफ नहीं दिखाई देता। इसके बावजूद प्रसव का कार्य सफ लतापूर्वक कराया जा रहा है। डॉक्टर शिखा सेठ ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-15 में रहने वाली महिला का प्रसव आठ मई को सिजेरियन के जरिए हुआ। उनको जिला अस्पताल से रेफ र किया गया था। वहीं, नौ मई को नोएडा के सेक्टर-45 की रहने वाली और खोड़ा की रहने वाली महिला की डिलीवरी हुई। दोनों का सामान्य प्रसव हुआ।