Tricity Today | लॉकडाउन में तनख्वाह नहीं मिली तो कंपनी का डाटा चुराया और करने लगे ग्राहकों से ठगी, गैंग गिरफ्तार
ऑनलाइन बिजनेस प्लेटफॉर्म इंडियामार्ट का डाटा चोरी करके लोगों को चुना लगा रहा गैंग पुलिस ने पकड़ा है। ये लोग कई बड़े कारोबारियों से लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं। शनिवार को ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि कंपनी ने उन्हें लॉकडाउन में तनख्वाह देनी बंद कर दी थी। भूखो मरने की नौबत आई तो उन्होंने कंपनी का डाटा चुराकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया।
गौतम बुद्ध नगर की डीसीपी क्राइम मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि ऑनलाइन बिजनेस प्रमोशन कंपनी इंडियामार्ट की ओर से एक मुकदमा साइबर क्राइम सेल में दर्ज करवाया गया था। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कोई उनका डाटा चोरी करके लोगों को कॉल कर रहा है। इंडियामार्ट की फर्जी मेंबरशिप देने के नाम पर लोगों से पैसा लिया जा रहा है। सायबर क्राइम सेल ने एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की।
मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस को शुरू से शक था कि इस गोरखधंधे में कंपनी का कोई भीतरी आदमी मिला हुआ है। आगे पता चला कि कंपनी का डाटा प्रोवाइडर और उसके दो सहयोगी यह गोरखधंधा चला रहे हैं। इन लोगों ने कंपनी के डेटा का उपयोग करके लोगों को कॉल किए। उन्हें इंडियामार्ट के बिजनेस प्लेटफार्म की मेंबरशिप देने के नाम पर फर्जी बैंक खाते में फीस ट्रांसफर करवा ली।
तीनों लोग कुछ इस तरह धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे
डीसीपी ने बताया कि इंडियामार्ट का डाटा चोरी करने वाले तीनों अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इन लोगों ने फर्जी ई-मेल आईडी और फर्जी व्हाट्सएप आदि तैयार करके ग्राहकों से प्रोफाइल बनाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। जिसमें इंडियामार्ट का मेनेजर ईशान जैन कम्पनी के ग्राहकों का डाटा निकालकर सह अभियुक्त पंकज कुमार के साथ मिलकर ग्राहकों को कॉल करते थे। उनसे पैसा दूसरे सह अभियुक्त हरि सिंह के खातों में डलवाकर अपना-2 हिस्सा बांट लेते थे।
पुलिस ने पैन कार्ड, डेबिट कार्ड, डेढ़ लाख रुपये और डाटा बरामद किया
गिरफ्तार तीनों लोगों में ईशान जैन पुत्र नगेन्द्र जैन है। वह बालाजी एन्कलेव गोविन्दपुरम गाजियाबाद का निवासी है। पंकज कुमार पुत्र मुन्नालाल यूपी के हमीरपुर जिले में अतरौली का निवासी है। तीसरा आरोपी हरि सिंह पुत्र हरवंश भी अतरौली का रहने वाला है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 और 66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इनके पास से पुलिस ने मोबाईल फोन, दो पेन कार्ड और तीन डेबिट कार्ड बरामद किए हैं। फर्जी बैंक खाते में डेढ़ लाख रुपए भी बरामद किए गए हैं। अदालत ने तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
कंपनी पर आरोप लॉकडाउन के दौरान नहीं दी सैलरी
पूछताछ के दौरान पुलिस को तीनों लोगों ने बताया है कि वह इंडियामार्ट में काम करते थे। कोरोना वायरस का संक्रमण फैला तो देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया। तीनों लोगों का कंपनी पर आरोप है कि लॉकडाउन लागू होने के बाद कंपनी ने उन्हें सैलरी देनी बंद कर दी थी। जिसके कारण उनके सामने भूखों मरने का संकट पैदा हो गया था। ऐसे में उन लोगों को कोई रास्ता नजर नहीं आया और उन्होंने कंपनी का डाटा चोरी करके ग्राहकों को ठगना शुरू कर दिया।