Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लागू हुए लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था चौपट कर दी है। लोगों का काम धंधा छिन गया है। आर्थिक बदहाली बढ़ रही है। जिसके दबाव में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 4 महीने के दौरान गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना संक्रमण के कारण केवल 44 मौत हुई हैं। दूसरी ओर करीब 180 लोगों ने आत्महत्या कर ली हैं। नोएडा में पिछले 24 घंटों के दौरान ही तीन युवकों ने आत्महत्या की हैं।
नोएडा में पिछले चौबीस घंटों के दौरान तीन युवकों ने मौत को गले लगा लिया है। इनमें से एक युवक 4 मंजिला इमारत से कूद गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो युवकों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। पुलिस तीनों मामलों में जांच पड़ताल कर रही है। हालांकि, अभी तक आत्महत्या की वजह का पता नहीं लगा सकी है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आत्महत्या की मुख्य वजह कामकाज का छिन जाना और आर्थिक बदहाली ही हैं।
नया गांव में इमारत की चौथी मंजिल से कूद गया 26 वर्षीय युवक
नोएडा के थाना फेस-2 क्षेत्र में मूल रूप से कासगंज का रहने वाला 26 वर्षीय युवक कालीचरण नया गांव में रहता था। वह गांव में किराए का कमरा लेकर रह रहा था। फेस-2 कोतवाली के इंस्पेक्टर ने बताया कि बुधवार की शाम उसने शराब पी थी। वह इमारत की चौथी मंजिल पर पहुंचा और वहां से छलांग लगा दी। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अभी आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है। युवक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
भंगेल में 24 वर्षीय युवक ने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड किया
आत्महत्या का दूसरा मामला नोएडा के भंगेल गांव से सामने आया है। भंगेल गांव में रहने वाले एक 24 वर्षीय युवक ने अपने कमरे में छत के पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। यह 24 वर्षीय युवक भंगेल में किराए का कमरा लेकर रह रहा था। मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है। युवक का नाम दिनेश है और वह अपने कमरे में अकेला ही रहता था। पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक का शव फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस का कहना है कि कमरे की छानबीन की गई है। मामला पूरी तरह से आत्महत्या का ही प्रतीत हो रहा है, हालांकि युवक के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। उसके पास मिले दस्तावेजों से मूल पता मिल गया है। परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया है।
29 वर्ष के युवक ने मामूरा गांव में आत्महत्या की
तीसरा मामला नोएडा के थाना फेज-3 का है। यहां मामूरा गांव में रहने वाला युवक सेक्टर-59 की एक कंपनी में काम करता था। युवक ने अपने कमरे में छत में बने हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या की है। युवक की पहचान ऋषि के रूप में हुई है। उसकी उम्र करीब 29 वर्ष थी। ऋषि मूल रूप से मथुरा जिले का रहने वाला है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौका-के-वारदात पर पहुंची। शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। फेस-3 के इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह ने बताया ऋषि के परिवार वालों को घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है।
विशेषज्ञों ने कहा- नौकरी जाने का भय युवकों में सबसे ज्यादा
मनोचिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण सबसे बुरा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। कंपनियां लगातार छटनियां कर रही हैं। लोगों की नौकरी जा रही हैं। जिसके चलते युवा वर्ग मानसिक दबाव में है। यही वजह है कि नोएडा ही नहीं देशभर में पिछले 2 महीनों के दौरान आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़े हैं। आने वाले दिनों में यह स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में मनोचिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ आनंद प्रताप सिंह का कहना है कि इसके लिए युवकों को परिणाम को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए। अगर नौकरी चली जाती है तो उसके विकल्प तलाश करने के बारे में विचार करना चाहिए। साथ ही अपने चाहने वालों, परिजनों और दोस्तों के नियमित संपर्क में रहना चाहिए। अपनी परेशानी इन लोगों के साथ बांटे और समस्या का समाधान तलाश करें।