ग्रेटर नोएडा: लॉकडाउन में सिपाही ने बीएड की छात्र से लिए सात फेरे, समाज को दिया बड़ा संदेश

Tricity Today | आशीष नागर और कंचन



लॉकडाउन के बीच रविवार को एक युवक-युवती शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। दुजाना से खंदेड़ा गांव गई बारात में सभी नियमों का पालन करते हुए दोनों ने सात फेरे लिए। युवक यूपी पुलिस में सिपाही है। शादी में न दहेज लिया गया और न बैंड-बाजा गया। वर-वधू ने एक-दूसरे को वरमाला डाली और फेरे लिए।

दुजाना गांव के मुक़्क़दम होशियार सिंह के पौत्र आशीष नागर की बारात क्षेत्र के खदेड़ा गांव गई। इसमें वर पक्ष की तरफ से दूल्हा सहित केवल 5 बाराती सम्मलित हुए। आशीष की शादी सुरेन्द्र तोंगड़ की पुत्री कंचन के साथ रीति-रिवाज के साथ सम्पन्न हुई। आशीष उत्तर प्रदेश पुलिस में हैं और आजकल कांसगंज जिले मे तैनात हैं। जबकि, कंचन दादरी के ही एक शिक्षण संस्थान से बीएड कर रही हैं। दूल्हा और दुल्हन दोनों का कहना है कि शादियों में अनावश्यक धन खर्च करना गलत है। जो समाज को गलत दिशा देता है। विवाह में होशियार सिंह, आजाद नागर, संदीप नागर, विकल नागर, संजय, सुरेन्द्र तोगड़ आदि उपस्थित रहे।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हुईं इन शादियों की खूब चर्चा रही

पिछले एक महीने के दौरान नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गौतम बुद्ध नगर जिले के देहात क्षेत्र में ऐसी ही एक से बढ़कर एक लॉकडाउन वेडिंग हुई हैं। जिनमें समाज की कुरीतियां टूटी हैं और युवा पीढ़ी ने नया संदेश दिया है। ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल गांव में एक शादी अनोखी हुई। वहां दुल्हन दूल्हे के घर पहुंची और दूल्हे के घर ही फेरे पड़े। ग्रेटर नोएडा के अट्टा गुजरान गांव में एक युवक-युवती ने समाज के 5 लोगों के सामने एक-दूसरे को वरमाला डाली। ग्रामीणों ने सादे कागज पर शादी का प्रमाण पत्र जारी कर दिया। बाकी कोई रीति रिवाज नहीं अपनाया गया।

नोएडा शहर के एक बड़े उद्योगपति परिवार ने भी बेहद सादे अंदाज में शादी की। परिवार के 5 लोग मौजूद रहे। लड़की अपनी दादी के साथ दिल्ली से नोएडा पहुंची। लड़की के माता-पिता नहीं हैं। ऐसे में लड़के के ताऊ और ताई ने ही लड़की का कन्यादान किया। यह शादी भी खासी चर्चा में रही। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौर सिटी में एक युवक और युवती की शादी दोनों तरफ के परिवार वालों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देखी। परिजनों ने वर-वधू को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर ही आशीर्वाद दिया। सोसायटी के फ्लैट में पंडित जी ने सात फेरे डलवाए।

लॉकडाउन के कारण कई अच्छे बदलाव भी देखने के लिए मिल रहे हैं

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्रमुख समाजसेवी और गुरुद्वारा सिंह सभा के पूर्व अध्यक्ष रामेंद्र सिंह उप्पल ने कहा, "लॉकडाउन केवल नुकसान ही नहीं पहुंचा रहा है, बहुत सारे फायदे भी मिल रहे हैं। मसलन, पर्यावरण के सुधार में लॉकडाउन के दौरान बड़ी बढ़त मिली है। दूसरी ओर गौतम बुद्ध नगर की शादियां बेतहाशा खर्च करने के लिए बड़ी बदनाम रही हैं। लॉकडाउन में सादगी से हुई शादियां दिखावे भरी शादियों से कहीं ज्यादा अच्छी लग रही हैं।"

किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता मनवीर भाटी ने कहा, "नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पांच-पांच हजार लोग शादियों में शामिल होते हैं। शादियों पर लाखों-करोड़ों रुपए खर्च करने की आदत बन गई है। लोग अपना रसूख दिखाने, राजनीतिक पकड़ साबित करने और दूसरे लोगों को नीचा दिखाने के लिए शादियों में बड़ा खर्च करने लगे हैं। लॉकडाउन ने इस समस्या का बहुत अच्छा समाधान सुझाया है। अब जब इतनी सादगी से शादियां हो सकती हैं तो सामान्य दिनों में क्यों नहीं हो सकती हैं? इस पर समाज को विचार करना चाहिए।

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