BIG BREAKING: यूपी का नम्बर वन मोस्ट वांटेड बना विकास दुबे, जिंदा या मुर्दा लाकर देने वाले को अब ढाई लाख का इनाम

Google Image | विकास दुबे



कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करके फरार हुआ विकास दुबे अब उत्तर प्रदेश का नंबर वन मोस्ट वांटेड बन गया है। विकास दुबे के सिर पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इससे पहले विकास दुबे पर 50 हजार और फिर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। सोमवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने इनाम की धनराशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दी है। मतलब अब विकास दुबे को जिंदा या मुर्दा लाकर देने वाले को ढाई लाख रुपए का इनाम मिलेगा।

कानपुर एनकाउंटर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों के मुख्य हत्यारोपी विकास दुबे के ऊपर इनाम की राशि ढाई लाख रुपये कर दी गई है। यूपी के डीजीपी एचसी अवस्थी ने इसकी घोषणा की है। कानपुर के आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने इनाम की रकम ढाई लाख करने की संस्तुति करते हुए फ़ाइल डीजीपी ऑफिस भेजी थी। इससे पहले विकास दुबे पर 50 हजार और फिर 1 लाख इनाम की राशि घोषित की गई थी।

आपको बता दें कि इससे पहले सोमवार को कानपुर कांड में सरकार ने पहला एक्शन लिया है। चौबेपुर पुलिस थाने में तैनात तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। संभावना जाहिर की जा रही है कि इन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। विकास दुबे के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे में इन्हें आईपीसी की धारा 120 बी के तहत आरोपी बनाने की तैयारी उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही है। 

इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि जब पुलिस पार्टी विकास दुबे को गिरफ्तार करने जा रही थी तो इन पुलिसकर्मियों ने फोन करके विकास दुबे को उनके बारे में पूरी जानकारी मुहैया करवाई थी। चौबेपुर में तैनात सब इंस्पेक्टर कुंवर पाल सिंह, सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा और सिपाही राजीव सस्पेंड को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस ने विकास दुबे और इन तीनों पुलिसकर्मियों के कॉल डिटेल रिपोर्ट का मिलान किया। जिससे जानकारी मिली कि यह तीनों लोग विकास दुबे के लगातार संपर्क में थे और उसे पल-पल की जानकारी मुहैया करवा रहे थे।

बुधवार और गुरुवार की दरमियान रात में कानपुर नगर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में विकरु गांव के गैंगस्टर विकास दुबे ने वहां के डीएसपी, एसएचओ और तीन सब इंस्पेक्टर समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। जिसके बाद से पूरी उत्तर प्रदेश पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को तलाश कर रही है। शुरुआती जांच में ही यह बात सामने आ गई थी कि पुलिस में से ही किसी ने मुखबिरी की है। विकास दुबे को पुलिस की मूवमेंट और लोकेशन के बारे में पल-पल की जानकारी दी जा रही थी। विकास दुबे के मोबाइल नंबर किसी डीआर निकाली गई तो चौंकाने वाले खुलासे हुए।

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