इंजीनियर युवती ने बनाई ठग कंपनी, 2000 लोगों को करोड़ों का चूना लगाया, यह तरीका

Tricity Today | आरोपी गिरफ्तार



ग्रेटर नोएडा में यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे ठग गैंग को पकड़ा है, जिसकी सरगना महिला इंजीनियर है। उसने पढ़े-लिखे युवकों को अपने गैंग भर्ती किया और ये सब मिलकर अब तक 2000 से ज्यादा लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके हैं। यूपी एसटीएफ ने इस ठग गैंग से चौंकाने वाली जानकारियां हासिल की हैं। गैंग के 4 सदस्यों को एसटीएफ ने ग्रेटर नोएडा में गिरफ्तार किया है।

ग्रेटर नोएडा एसटीएफ की टीम ने हॉलिडे टूर पैकेज के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने गिरोह में शामिल एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी कर रहा था। एसटीएफ को जांच में पता चला है कि यह लोग अब तक करीब 2000 लोगों से करोड़ों रुपए ठग चुके हैं।

एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि पकड़े गए ठगों की पहचान आमिर सुहैल निवासी धामपुर, बिजनौर (हाल पता कसेरू बक्सर, मेरठ), विभा तिवारी निवासी इनायतनगर फैजाबाद (हाल पता सेक्टर-19 नोएडा), सूर्य प्रताप सिंह निवासी बिसौली बदायूं (हाल पता लोरियल सोसायटी शाहबेरी ग्रेनो वेस्ट) और दीप किशोर निवासी मौहल्ला सुभाष नगर नजीबाबाद जनपद बिजनौर (हाल पता आशा होस्टल रेलवे रोड मेरठ) के रूप में हुई है।

पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह टूर एंड ट्रैवल्स की फर्जी वेबसाइट बनाते थे। जिसका फर्जी पता दिखाया जाता था। वेबसाइट पर लोग पैकेज के बारे में जानकारी करते तो उन्हें कॉल करके झांसे में लेकर ठग लिया जाता था। कुछ समय तक यह काम करने के बाद वह वेबसाइट बन्द कर दी। फिर नई वेबसाइट बनाते और लोगों को शिकार बनाना शुरू कर देते थे। जिसमें नए एकाउंट और नया पता दिया जाता था।

पुलिस पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि वह करीब 2,000 लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। पुलिस इनके गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों के बारे में जानकारी कर रही है। पुलिस ने इनके कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 2 लैपटाप मय चार्जर, 8 डेबिट कार्ड, 73 पेज ई-मेल, कस्टमर लिस्ट, 3 पेज पेटीएम एकाउंट स्टेटमेन्ट, एक बिना नंबर प्लेट की कार बरामद की है।

ग्रेटर नोएडा के इंजीनियर से 1.20 लाख रुपये ठगे
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि कुछ दिनों पहले ठग गैंग ने ग्रेटर नोएडा में रहने वाले एक इंजीनियर को निशाना बनाया था। इंजीनियर से लक्षद्वीप में टूर पैकेज के नाम पर 1.20 लाख रुपये ठग लिए थे। इंजीनियर ने इस मामले में बीटा दो कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसमें एसटीएफ की टीम ने जांच शुरू की थी। एसटीएफ को सूचना मिली कि गुरूवार को ठग गैंग की एक महिला अपने साथियों से मिलने आ रही है। एसटीएफ की टीम ने ओमेक्स मॉल के समीप महिला समेत चार आरोपियों को धर दबोचा।

इंजीनियर महिला ने बनाई ठग कंपनी
टूर पैकेज के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सारे सदस्य पढ़े-लिखे हैं। पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लोगों को ठगने के लिए उन्होंने अलग-अलग काम की जिम्मेदारी ले रखी थी। विभा तिवारी इंजीनियरिंग कर चुकी है। ठग कंपनी में उसका काम लोगों को कॉल करने का होता था। वह अपनी मीठी-मीठी बातों में लोगों को झांसे में लेकर शिकार बनाती थी। दूसरा आरोपी दीप किशोर प्रजापति बीए पास है। सूर्य प्रताप सिंह बीएससी पास है। इनका काम फर्जी वेबसाइट के लिए फर्जी एकाउंट और फर्जी पते पर सिम कार्ड उपलब्ध करवाते थे। इनमें से एक आरोपी दीप किशोर ठगी के मामले में नोएडा के फेस-तीन थाने से जेल जा चुका है।

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड के 2000 से अधिक लोगों को चूना लगा चुके हैं। यह टूर पैकेज के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए ठग चुके हैं। एसटीएफ और पुलिस की टीम को इनके पास 2000 लोगों के नाम और मोबाइल नंबर की लिस्ट मिली है। जिनसे यह ठगी कर चुके हैं। वहीं, अभी अन्य लोगों को शिकार बनाने की तैयारी में जुटे थे।

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