तो क्या बदल जाएगा फैजाबाद रेलवे स्टेशन का नाम! इस दिग्गज नेता ने की मांग

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अयोध्या से भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और मौजूदा सांसद माननीय लल्लू सिंह ने फैजाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर अयोध्या कैंट/साकेत धाम करने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और अयोध्या की जनता की तरफ से एक अनुरोध पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसद महोदय की मांग को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने सांसद लल्लू सिंह को आश्वासन दिया है कि नाम बदलने से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं पूरी करने के पश्चात प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया जाएगा। आखिरी फैसला केंद्र सरकार को लेना है।

लल्लू सिंह अयोध्या से भाजपा के दिग्गज नेता हैं और 2019 में फैजाबाद सीट से भाजपा के सांसद चुने गए। इससे पहले 2014 में भी इस सीट से लल्लू सिंह ही सांसद थे। इसके अलावा वो केंद्र में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस से जुड़ी समिति में स्थायी सदस्य हैं। साथ ही उन्हें पशु पालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन से संबंधित सलाहकार समिति में अहम जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान सांसद लल्लू सिंह ने फैजाबाद का नाम बदलने से जुड़े सभी पहलुओं पर अपना पक्ष रखा।

बताते चलें कि फिलहाल अयोध्या जाने के लिए ज्यादातर ट्रेनों से फैजाबाद रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है। अयोध्या में स्थित तीन स्टेशन रामघाट हाल्ट, आचार्य नरेंद्र देव और अयोध्या जंक्शन ज्यादातर ट्रेनों के रूट में नहीं है, या ज्यादातर ट्रेनों का ठहराव इन स्टेशनों पर नहीं है। ऐसे में पर्यटकों और श्रद्धालुओं को फैजाबाद स्टेशन जाना पड़ता है। सांसद लल्लू सिंह ने कहा है कि फैजाबाद का नाम अयोध्या कैंट रखने से इस स्टेशन पर उतरने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के मन में सकारात्मक भाव आएगा। उन्हें अपनापन महसूस होगा और उनके अंतर्मन में प्रभु श्रीराम का स्मरण आएगा। 


उन्होंने कहा कि अयोध्या को साकेत धाम के रूप में भी जाना जाता है। अयोध्या के सृजन से जुड़े पौराणकि प्रमाणों में इसका उल्लेख मिलता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले भी मुगलसराय जंक्शन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर तथा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्राचीन नाम प्रयागराज कर चुके हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि फैजाबाद नाम बदल कर अयोध्या कैंट करने संबंधी प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने में राज्य सरकार को कोई परेशानी नहीं होगी। अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के पश्चात इस इलाके में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को मूर्त रूप देने के लिए राज्य व केंद्र सरकार दोनों की तरफ से लगातार प्रयास जारी हैं।


जलालुद्दीन नगर का नाम राजर्षि दशरथ नगर करने का अनुरोध


सांसद लल्लू सिंह ने अयोध्या जिले की सदर तहसील के पूरा ब्लॉक मुख्यालय में स्थित ग्राम पंचायत जलालुद्दीन नगर का नाम बदल कर राजर्षि दशरथ नगर करने का अनुऱोध मुख्यमंत्री योदी आदित्यनाथ से किया है। जलालूद्दीन नगर में बिल्व नामक गंधर्व का उद्धार करने वाले बिल्वहरि का मंदिर है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के पिता प्रतापी राजा दशरथ की समाधि स्थल भी यहीं स्थित है। हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु राजा दशरथ की समाधि स्थल पर आते हैं।

ऐसी मान्यता है कि राजा दशरथ शनि दोष से मुक्ति दिलाते हैं। इसीलिए हर साल श्रद्धालु भारी संख्या में राजा दशरथ की समाधि स्थल पर आते हैं। इसके अलावा भी इस क्षेत्र में श्रद्धालुओं का आना लगा रहता है। पर्यटन की दृष्टि से भी इस क्षेत्र को विकसित किया जाना है। इसके लिए तैयारी जोरों पर हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सांसद लल्लू सिंह ने जलालूद्दीन नगर का नाम बदल कर राजर्षि दशरथ नगर करने की मांग की है। योगी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।

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