गौतमबुद्ध नगर में ऊहापोह का आलम : सारे स्कूल बंद, सुबह बारिश के बीच बच्चे घरों से निकले, फिर वापस लौटे

नोएडा | 1 साल पहले | Rakesh Tyagi

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Noida News : गौतमबुद्ध नगर के लाखों छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावकों और शिक्षकों की बुधवार की सुबह अजीबोगरीब ढंग से शुरू हुई है। रूटीन के तहत तमाम स्कूल खुले और छात्र अपने अपने स्कूल पहुंच गए। देर रात से ही ज़िले में झमाझम बारिश हो रही है। लिहाज़ा, भीगते-भागते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे थे। स्कूलों से उल्टे पांव वापस घरों के लिए रवाना कर दिए गए। बताया गया कि गौतमबुद्ध नगर के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने तमाम स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। एक बार फिर स्कूलों से घरों के लिए भागदौड़ शुरू हुई। ज़िले के एजुकेशन डिपार्टमेंट और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के हड़बड़ी भरे इस फ़ैसले से अभिभावकों में रोष है।

सुबह देर से जारी हुआ आदेश
बुधवार की सुबह जिला विद्यालय निरीक्षक ने एक आदेश जारी किया, जिसमें बताया गया कि जनपद में वर्षा एवं जलभराव को दृष्टिगत रखते हुए जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर आज जनपद के कक्षा एक से कक्षा 12 तक के सभी विद्यालय बंद रहेंगे। यह जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ.धर्मवीर सिंह के द्वारा दी गई है। अब यह मैसेज गौतमबुद्धनगर के जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने डीएम वॉर रूम से सर्कुलेट किया है। जब तक यह मैसेज सारे स्कूल मैनेजमेंट और अभिभावकों तक पहुंचता, उससे पहले ज़्यादातर बच्चे स्कूल पहुंच चुके थे। बच्चों के स्कूल पहुंचने के बाद डीएम की ओर से जारी किए गए आदेश की जानकारी दी गई। लिहाज़ा, हाथोंहाथ बच्चों की घर वापसी का बंदोबस्त शुरू हो गया।

लोगों ने कहा- देर से जारी होता है आदेश
बुधवार की सुबह मची इस हड़बड़ी और अफ़रातफ़री से अभिभावकों में रोष है। सेक्टर बीटा टू के रहने वाले विवेक गोयल के दो बच्चे ग्रेटर नोएडा के दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ते हैं। उन्होंने कहा, “आज सुबह दोनों बच्चों को स्कूल छोड़कर घर वापस आया ही था कि तभी स्कूल से कॉल आ गया। बताया गया कि बच्चों को वापस लेकर जाना है। बारिश के चलते सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। जो बच्चे स्कूल पहुंच गए, उन्हें वापस घर भेजा गया है। इससे आज सुबह छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा है। एजुकेशन डिपार्टमेंट और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से सही समय पर मैसेज जारी नहीं किया गया। सुबह ज्यादातर स्कूल खुल गए थे। बड़ी संख्या में बच्चे स्कूलों में पहुंच गए थे। पहले बारिश में बच्चे स्कूल पहुंचे और फिर उल्टे पांव वापस भेजा गया है।”

“यह तरीका ठीक नहीं है, सुधार की जरूरत”
शहर के सेक्टर-37 में रहने वाली रेवती सिंह के तीन पोते-पोती शहर के नामचीन प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं। उन्होंने कहा, “आज सुबह बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है। पहले बच्चों को स्कूल छोड़कर आए और थोड़ी देर बाद ही वापस लेने जाना पड़ा। बसों से जाने वाले बच्चे भी परेशान हुए। लोगों की पूरी दिनचर्या बिगड़ गई है। इस महीने की शुरुआत में लंबी बारिश हुई थी। दिल्ली, गुरुग्राम, फ़रीदाबाद, गाजियाबाद और एनसीआर के बाक़ी शहरों में स्कूल बंद कर दिए गए थे। गौतमबुद्ध नगर में तब भी देरी से फ़ैसला लिया गया था। जिससे लाखों अभिभावक परेशान हुए थे। आज भी वही स्थिति देखने के लिए मिली है। प्रशासन और शिक्षा विभाग को व्यवस्था सुधारने की ज़रूरत है।”

“हमारी तकलीफ के बारे में जरा एक बार सोचें”
ग्रेटर नोएडा वेस्ट मनाने वाले मयंक प्रताप सिंह ने बुधवार की सुबह यकायक शिक्षा विभाग के इस फ़ैसले पर सवाल खड़ा करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “जब बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं, तब छुट्टी का ऐलान करना कितना तकलीफ भरा है, यह सोचने की जरूरत है। बच्चों और अभिभावकों के लिए कृपया एक बार सोचें।” मयंक प्रताप सिंह ने आगे कहा, “इस तरह अचानक फ़ैसला लेने से समस्याएं घटती नहीं है और ज़्यादा बढ़ जाती हैं। लिहाज़ा, भविष्य में शिक्षा विभाग को इस तरह लाखों लोगों को आश्चर्यजनक अवस्था में डालने से पहले विचार करना चाहिए। बारिश देर रात से हो रही थी। अगर सुबह छह बजे यह मैसेज स्कूलों को भेज दिया जाता और सार्वजनिक रूप से अभिभावकों तक पहुंचाया जाता तो शायद आसानी होती।”

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