Yogi Adityanath Cabinet : शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके जंबोजेट 51 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ग्रहण कर ली। लखनऊ में देर रात कैबिनेट की पहली बैठक भी हो चुकी है। करीब 15 दिनों से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। मंत्रिमंडल को लेकर गौतमबुद्ध नगर के लोगों में भारी गुस्सा है। लोग सोशल मीडिया पर खुलकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। दरअसल, योगी मंत्रिमंडल में लगातार दूसरी बार गौतमबुद्ध नगर को दरकिनार किया गया है। जिले के मतदाता पूछ रहे हैं, "हम सबसे ज्यादा टैक्स देते हैं और बड़े अंतर से भाजपा के उम्मीदवारों को जीताकर विधायक बनाते हैं। इसके बावजूद यहां एक अदद मंत्री क्यों नहीं बनाया गया?"
शुरू से भाजपा का गढ़ रहा है गौतमबुद्ध नगर
गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा ने कहा, "गौतमबुद्ध नगर शुरू से भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है। अटल बिहारी वाजपेयी के रिजीम में यहां के दो विधायक राज्य सरकार में मंत्री थे। उसी समय तत्कालीन सांसद अशोक प्रधान केंद्र में मंत्री थे। इस वक्त गौतमबुद्ध नगर राजनीतिक रूप से उपेक्षित है। केंद्र में डॉ.महेश शर्मा पहली मोदी सरकार में मंत्री रहे। दूसरी बार वह भी केंद्रीय मंत्रिमंडल से बाहर हो गए। योगी आदित्यनाथ की दोनों सरकारों में किसी विधायक को जगह नहीं दी गई है। यह जिला उत्तर प्रदेश की शो विंडो है। यहां के निवासी राज्य सरकार और केंद्र सरकार को सर्वाधिक टैक्स दे रहे हैं। फिर भी किसी विधायक को मंत्री ना बनाना अफसोसनाक है।
हमारे ज़िले में कोई मंत्री नहीं बना।
शो विंडो में कोई इस लायक़ नही??
यहाँ बस अधिकारी सर्वोपरि रहेंगे चाहे सरकार किसी की हो?
आख़िरकार नॉएडा है भी तो माया नगरी!!
— Anil Yadav (@anil100y) March 25, 2022भाजपा की नजर में कोई विधायक लायक नहीं
योगी मंत्रिमंडल में गौतमबुद्ध के किसी विधायक को जगह नहीं मिलने से विपक्ष भी मायूस हुआ है। नोएडा में कांग्रेस के नेता अनिल यादव ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, "गौतमबुद्ध नगर के तीनों विधायकों में से किसी को भारतीय जनता पार्टी ने लायक नहीं समझा है। यह जिला उत्तर प्रदेश की शो विंडो है और यहां के एक विधायक को भी सरकार में जगह ना मिलना बेहद अफसोस वाली बात है।"
गौतमबुद्धनगर जिले के साथ फिर नाइंसाफी। सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत से जीतने वाले पंकज सिंह की दावेदारी बनती थी, सिर्फ परिवारवाद की वजह से अनदेखा नही किया जाना चाइए। जिले से सबसे ज्यादा राजस्व भी जाता है @myogiadityanath@narendramodi@PankajSinghBJP
— Vikram Sharma (@sharmavikram16) March 25, 2022
अनिल यादव आगे कहते हैं, "भारतीय जनता पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर के लोगों को अपना बंधुवा मान लिया है। उन्हें लगता है कि यहां किसी को मंत्री बनाओ या ना बनाओ, कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। दूसरी ओर जिले के आम आदमी की परेशानियों को विधायक उचित फोरम तक नहीं पहुंचा पाते हैं। अगर कोई एक मंत्री बन जाता तो कम से कम मुख्यमंत्री के स्तर तक मुद्दों को पहुंचाने की काबिलियत रखता। योगी मंत्रिमंडल से निराशा हुई है।"
— गौरव पटेल (भाजपा) (@GauravPatel40) March 25, 2022भाजपा कार्यकर्ताओं में भी छाई मायूसी
गौतमबुद्ध नगर के तीनों विधायक राज्य सरकार में जगह हासिल नहीं कर पाए। जिससे गौतमबुद्ध नगर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई है। बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और दूसरे शीर्ष नेताओं को टैग करते हुए ट्वीट किए हैं।
गाजियाबाद से वाया मेरठ या वाया शामली आप अंतिम जिले सहारनपुर तक आए तो पाएंगे यहां कोई भी नेता कैबिनेट मंत्री बनने लायक नहीं
गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, मेरठ , बागपत ,बिजनौर , शामली , मुजफ्फरनगर , सहारनपुर आदि पश्चिम के ये वो जिले है जो एक भी कैबिनेट मंत्री ना दे सकें। @ajitanjum
— सुनील पंवार (@Sunilpanwar2507) March 25, 2022
इन लोगों ने लिखा है, "उत्तर प्रदेश में दूसरी बार लगातार हमारी सरकार बनी है। इससे बेहद खुशी हुई। हम लोगों ने मेहनत करके और बड़े अंतर से जिले के तीनों विधायकों को जिताकर विधानसभा भेजा है। इस बार हमें भरोसा था कि कम से कम कोई एक विधायक तो मंत्री जरूर बनेगा। पार्टी नेतृत्व ने उपेक्षा की है। इससे बड़ी निराशा हो रही है।"