नोएडा लिफ्ट हादसे में महिला की मौत : एओए ने गवाहा को धमकाया! फ्लैट खाली करने का भेजा नोटिस, लाइट और पानी की सप्लाई बंद

नोएडा | 8 महीना पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | पारस टिएरा सोसाइटी



Noida News : सेक्टर-137 स्थित पारस टिएरा सोसाइटी (Paras Tierea Society) में तीन अगस्त साल 2023 को लिफ्ट हादसे Lift Accident) में एक महिला की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सोसाइटी में काफी बवाल हुआ था। इस मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। लिफ्ट हादसे के चश्मदीद ने सोसाइटी एओए प्रेसिडेंट पर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि एओए प्रेसिडेंट की तरफ से लगातार उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। एओए ने उन्हें नोटिस भेजकर सोसाइटी से फ्लैट खाली करने का दबाव बनाया है।

धमकाने का आरोप
लिफ्ट हादसे के गवाह निशांत तिवारी का कहना है कि वह मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं। सोसाइटी में अपने परिवार के साथ किराए के फ्लैट में रहते हैं। पिछले साल अगस्त में लिफ्ट टूटने से 72 साल की महिला की मौत हो गई थी। इस हादसे को उन्होंने देखा था। लिफ्ट हादसे में मृत महिला के परिजनों की शिकायत पर अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव के अलावा सिक्योरिटी डायरेक्टर को भी आरोपी बनाया गया है। उन्होंने लिफ्ट हादसे में गवाही देनी है। लेकिन उन्हें धमकाया जा रहा है।

डेढ़ लाख का एओए ने बनाया बिल
निशांत ने बताया कि 17 दिसंबर को एओए की तरफ से उनके घर एक नोटिस आया कि 18 दिसंबर को फ्लैट खाली कर दें। जबकि फ्लैट ओनर की तरफ से ऐसा कोई अल्टीमेटम नहीं मिला है। एओए की तरफ से उन्हें धमकियां दी जा रही है। निशांत का आरोप है कि एओए की तरफ से लगातार उन्हें फ्लैट खाली करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। फ्लैट नहीं खाली करने पर हर दिन मेंटेनेंस अकाउंट से 10 हजार काटे जा रहे हैं। पिछले 14 दिनों में करीब डेढ़ लाख एओए ने बिल बना दिया है। साथ ही उन्हें फ्लैट खाली करने के लिए अलग-अलग तरीके से दबाव डाल रहे हैं।

लिफ्ट गिरने से हुई थी महिला की मौत
पारस टियरा सोसाइटी के टॉवर नंबर-24 के फ्लैट नंबर 803 में 72 वर्षीय सुशीला देवी अपने परिवार के साथ रहती थीं। उसे दौरान शाम वह नीचे जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुईं। तभी लिफ्ट टूटकर गिर गई। इस हादसे में सुशीला देवी की मौत हो गई थी। इस बाबत मृतक महिला के बेटे ने थाना सेक्टर-142 में एफआईआर दर्ज कराई है। मृतक बेटे की तहरीर पर थाना-142 में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें एएन सिक्योर के डायरेक्टर अजय सिंह शेखावत, डायरेक्टर संतोष कुमार बराल, एएन सिक्योर प्रा. लि की फैसिलिटि मैनेजर मोनिका शर्मा, पारस टियरा अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश गौतम, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अनंग पाल चौहान, महासचिव सुखपाल सिंह राणा, ट्रेजरार नीतू सलार और लिफ्ट मैनुफ्रेक्चरर थायसन क्रुप को नामजद किया गया है।

बढ़ रहे हैं हादसे लेकिन कोई जवाबदेह नहीं
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद हाइराइज इमारतों वाले शहर हैं। इन शहरों की ज्यादातर आबादी इन इमारतों में रह रही है। लाखों लोगों को हर वक्त लिफ्ट के सहारे रहना पड़ता है। ऐसे में लगातार हो रहे हादसों से लोग डरे हुए हैं। पिछले दिनों बच्चों के लिफ्ट में फंसने की कई घटनाएं सामने आई हैं। यह घटनाएं लगातार हो रही हैं। परेशानी की असली वजह इनका प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं होना है। दरअसल, सोसायटियों में लिफ्ट के रखरखाव की जिम्मेदारी किस पर है, लिफ्ट में हादसा हो तो उसे किसकी गलती मानी जाए और किस पर कार्रवाई की जाए, यह तय नहीं है। यह तभी संभव होगा जब लिफ्ट एक्ट बनेगा।

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