Noida News : गौतमबुद्ध नगर के बहुचर्चित बाइक बोट घोटाला मामले की जांच कर रही ईडी ने विजय कुमार शर्मा और उनकी कंपनी नोबल बिल्डटेक को मामले में आरोपी बनाया है। मीडिया से बातचीत में ईडी के अधिकारी ने कहा कि बाइक बॉट मामला बहुत पेचीदा और बड़ा घोटाला है। इसमें कई आरोपी शामिल है। आरोपी नवंबर-दिसंबर, 2016 से दिसंबर, 2020 के दौरान बाइक बोट जैसी फर्जी धन गुणक योजनाओं के माध्यम से बड़े पैमाने पर जनता को धोखा देने और ठगने में शामिल रहे हैं।
विजय कुमार शर्मा के कहने पर खोले गए थे नोबल कोऑपरेटिव बैंक में खाते
उन्होंने बताया कि पीएमएलए, 2002 के तहत साल 2019 में मेसर्स गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड और इसके प्रमोटर संजय भाटी और अन्य को आरोपी बनाया गया है। इनकी जांच चल रही है। शुरुआती जांच में पता चला कि विजय कुमार शर्मा नोबल कोऑपरेटिव बैंक, नोएडा के सीईओ और मुख्य प्रशासक थे। उनके कहने पर उनके नोबल कोऑपरेटिव बैंक में बाइक बोट से संबंधित खाते खोले गए। विजय कुमार शर्मा और उनके और उनके बेटे गोविंद द्वारा ये खाते संचालित किए जाते थे। ये लेखा प्रबंधक और प्रशासक थे।
बिना जांच के थोक में जारी किए थे चेक
ईडी के मुताबिक विजय कुमार शर्मा ने बिना किसी जांच पड़ताल के जीआईपीएल को थोक चेक जारी करवाकर संजय भाटी की मदद की थी। अपनी अवैध सेवाओं के लिए, विजय कुमार शर्मा को नोबल बिल्डटेक एलएलपी के बैंक खाते में बिना किसी दस्तावेज के सात करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे। उन्होंने बताया कि अभी इस मामले की जांच चल रही है। आने जैसे—जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इसमें और भी खुलासे होने की संभावना है।