Contenment Zones in Noida : गौतमबुद्ध नगर में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर काफी तेजी से बढ़ रहा है। रोजाना नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बड़ी संख्या में मरीजों (Coronavirus Cases in Noida) की पहचान की जा रही है। अब जिला प्रशासन ने शनिवार की शाम को नई कंटेनमेंट जोन की लिस्ट जारी की है। जिसके अनुसार गौतमबुद्ध नगर में टोटल कंटेनमेंट जोन की संख्या 1922 हो गई है। हालांकि इससे पहले कंटेनमेंट जोन की लिस्ट में टोटल संख्या 1939 थी।
शनिवार को गौतमबुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग की ओर से कंटेनमेंट जोन की नई लिस्ट जारी की गई है। नई लिस्ट में शनिवार कंटेनमेंट जोन शामिल किए गए हैं। कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ने के साथ ही लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि, इस बार कंटेनमेंट जोन सील नहीं किए जा रहे हैं। लोगों के आवागमन पर भी कोई रोक नहीं लगाई गई है। जिला प्रशासन ने पूरे गौतमबुद्ध नगर में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। अब हर रात 8 बजे से अगली सुबह 7 बजे तक लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी रहेगी।
गौर सिटी में 46 कंटेनमेंट जोन
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौर सिटी में इस समय कंटेनमेंट जोन की संख्या कुल 46 लोग है। यानी गौर सिटी में कुछ समय के भीतर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जिला प्रशासन के मुताबिक कम हुई है। नई कंटेनमेंट जोन लिस्ट के अनुसार गौर सिटी-2 की हाउसिंग सोसाइटी में इस समय 30 कंटेनमेंट जोन है और गौर सिटी-1 के 16 कंटेनमेंट जोन है। इनमें से ज्यादातर लोग विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं। कई डॉक्टरों की सलाह पर होम आइसोलेट हैं। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इनकी कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में जुटा है।
आज 1712 मरीज ठीक होकर घर लौटे
गौतमबुद्ध नगर के जिला निगरानी अधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे ने बताया कि शनिवार की शाम तक नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कोरोना वायरस के 1470 नए मामले दर्ज किए गए है। इसी समय के दौरान जिले में 1712 मरीज ठीक होकर घर लौटे है। जिसके बाद अब तक जिले में 34,545 कोरोना के मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके है।
आज कोरोना ने फिर ली 13 लोगों की जान
डॉक्टर सुनील दोहरे ने बताया कि शनिवार को भी जिले में कोरोना के 13 लोगों की मौत हुई है। जिले में रोजाना कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा है कि जिस दिन कम से कम 10 लोगों की मौत कोरोना वायरस से नहीं हो रही हो। जिले की हालत लगातार गंभीर होती जा रही है। मौत के आंकड़े नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ते जा रहे है। जो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए काफी गंभीर विषय है।
अस्पतालों में हाल बेहाल
कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ने की वजह से यहां के अस्पतालों में वेड फूल हो गए हैं। संक्रमण के शिकार लोगों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है। बुजुर्ग और गंभीर स्थिति के मरीजो के परिजन अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन मरीज भर्ती नहीं हो रहे हैं। आलम यह है कि लोग मजबूरन घर पर ही उपचार कर रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है। ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है। लोग दवाइयों के लिए दर-दर भटक रहे हैं। रेमडिसीवर दवाई ब्लैक में बिक रही है।